नागपुर। आरक्षण पर अपने बयान से राजनीतिक छींटाकशी शुरू होने के लगभग सालभर बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि वे सरकार से दलित जाति मतंग समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने को कहेंगे।
उन्होंने यहां समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कि मेरे सरसंघचालक होने को लेकर सरकार के लोग अक्सर मुझसे मिला करते हैं। मैं मतंग समुदाय की विभिन्न लंबित मांगों के मुद्दे को उठाऊंगा।
भागवत की यह टिप्पणी इसलिए मायने रखती है, क्योंकि उत्तरप्रदेश में भाजपा सोशल इंजीनियरिंग बनाने की कोशिश कर रही है, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होना है।
उन्होंने यह भी कहा कि संघ सरकार नहीं चला रहा लेकिन हां, स्वयंसेवक आज जनप्रतिनिधि और मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद समाज में समुदायों में मतभेद बढ़ा है। संघ प्रमुख ने आरक्षण के मुद्दे पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि यदि मैंने बोला तो यह विवाद बन जाएगा और इसलिए में इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा। (भाषा)