सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार को हुए एकनक्सली हमले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 12 जवान शहीद हो गए।
जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र के घने जंगलों में नक्सलियों ने सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन के 112 सुरक्षाकर्मियों के गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया। हमले में सीआरपीएफ के 12 जवान शहीद हो गए और 5 जवान घायल हुए हैं। नक्सलवादी मृत सुरक्षाकर्मियों से 10 हथियार और 2 रेडियो सेट भी लूटकर ले गए।
अधिकारियों ने बताया कि भेज्जी क्षेत्र में बन रहे इंजरम-भेज्जी मार्ग की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के दल को रवाना किया गया था। दल जब भेज्जी और कोत्ताचेरु गांव के मध्य जंगल में था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में सीआरपीएफ के 12 जवान मारे गए।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों को पहले कई आईईडी विस्टोफ करके घेर लिया गया और फिर भारी गोलीबारी की गई। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया और जवानों के शव बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की गई। घायलों को भेज्जी में सीआरपीएफ के फील्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक विशेष कोबरा टीम को इलाके में भेजा गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि नक्सलियों का ये हमला कायराना है। कल्लूरी के हटने के बाद बस्तर में बढ़े हमलों के सवाल पर सीएम ने कहा, किसी के रहने या ना रहने से नहीं पड़ता फर्क।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया है। मोदी ने कहा कि सीआरपीएफ जवानों की शहादत से उन्हें धक्का लगा है। मैंने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। राजनाथ सिंह खुद घायल जवानों से मिलने सुकमा जा रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 12 जवानों के मारे जाने की घटना की कड़ी निंदा की और इसे नृशंस और कायरतापूर्ण कृत्य बताया।