जयपुर। पुलिस की लापरवाही का लापरवाही का एक वाकया सामने आया है। एक युवक की हत्या के केस में जुटाए गए सबूत पुलिस की लापरवाही से बंदर ले भागा। जयपुर के चंदवाजी थाना इलाके में सितंबर 2016 में शाशिकांत शर्मा नाम के युवक का शव एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पड़ा मिला था और वह 3 दिन से लापता था। शव मिलने के बाद गुस्साए परिजनों व अन्य लोगों ने जयपुर-दिल्ली हाईवे जाम कर दिया था।
मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई जिस पर एक एसआई को निलंबित कर दिया गया था। पुलिस ने हत्या के आरोप में 5 दिन बाद चंदवाजी निवासी राहुल कंडेरा और मोहनलाल कंडेरा को गिरफ्तार कर लिया था। खुलासे के साथ ही पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल चाकू सहित कई सामान जब्त किए थे।
कोर्ट में शर्मा के मर्डर की सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने मामले से जुड़े सबूत पेश करने का आदेश दिया तो पुलिस ने कोर्ट में लिखित में अजीब तर्क दिया कि चाकू सहित जब्त 14 आर्टिकल बंदर ले गए। इस संबंध में 2016 में ही रोजनामचे में रिपोर्ट भी डाल रखी है। लोक अभियोजक ने कहा- खून लगा चाकू और अन्य जब्त सबूत बंदर ले जाने की बात अजीब है। कोर्ट ने भी पुलिस के इस तर्क पर नाराजगी जाहिर की।