अहमदाबाद। गुजरात में मानसून पूर्व की भारी वर्षा के दौर से कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है जबकि मौसम विभाग ने राज्य में अगले सप्ताह मानसून के विधिवत आगमन की संभावना जताई है।
राज्य के सूरत, वलसाड, भरूच, सुरेन्द्रनगर, अमरेली आदि में पिछले 24 घंटे में 4 से 5 इंच बरसात हुई है जबकि कई अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है।
उधर मौसम विभाग ने राज्य के कई स्थानों पर अगले 36 घंटे के दौरान भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। निचले इलाकों में जलभराव के कारण सूरत और वलसाड़ समेत कई स्थानों पर लोगों को खासी परेशानी हुई।
सूरत के अडाजन में कुछ व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स और रिहायशी इलाकों में पानी भर गया। कुछ जगह बाहर पार्क की गई कारें भी पानी में आंशिक रूप से डूब गईं। एक घर की छत भी गिर गई, पर इससे कोई हताहत नहीं हुआ। कई स्थानों पर पेड़ भी गिरे हैं।
शुक्रवार को पानी में बह जाने से एक किसान की अमरेली में मौत हो गई थी। शुक्रवार को ही गिर सोमनाथ जिले के तलाला इलाके में हिरण नदी से एक शेरनी का शव मिला था, जो आशंका है कि अचानक बरसात से उफनाई नदी में बह गई होगी।
अहमदाबाद मौसम केंद्र के निदेशक जयंता सरकार ने शनिवार को बताया कि मानसून गुजरात में अगले सप्ताह कभी भी प्रवेश कर सकता है। फिलहाल जो वर्षा हो रही है वह मानसून पूर्व की है और तेज वर्षा का कारण ऊपरी वातावारण में एक चक्रवाती क्षेत्र का निर्माण है।
उधर लगातार वर्षा के कारण पूरे राज्य में तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है और मौसम अधिकतर स्थानों पर सुहाना हो गया है। लगातार बह रही दक्षिण-पश्चिमी नमीयुक्त हवा के कारण और बरसात के लिए अनुकूल माहौल बना हुआ है। अहमदाबाद में भी शुक्रवार रात करीब 10 मिलीमीटर वर्षा हुई थी।
उधर वर्षा के कारण सौराष्ट्र के कई इलाकों में किसानों में खुशी का माहौल है तथा इनमें से कई ने फसल बुवाई के लिए खेतों की जुताई भी शुरू कर दी है। ज्ञातव्य है कि गुजरात में मानसून के आगमन का सामान्य समय 15 जून के आसपास है। इस बार इसके समय से ही पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। (भाषा)