Maharashtra Weather Update News : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून जल्द ही महाराष्ट्र पहुंचेगा, क्योंकि अगले 2 से 3 दिनों के दौरान मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। दक्षिण-पश्चिमी मानसून शनिवार को केरल पहुंच गया, जो 2009 के बाद से भारत में इसका सबसे जल्दी आगमन है। 2009 में मानसून 23 मई को केरल पहुंचा था। मौसम विभाग ने रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए वहां भारी बारिश का अनुमान जताया है। सातारा और कोल्हापुर के घाट क्षेत्रों में भी कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
मुंबई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की प्रमुख डॉ. शुभांगी भूटे ने बताया, दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में अपने आगमन की सामान्य तिथि एक जून से लगभग एक सप्ताह पहले ही पहुंच चुका है और इसके आगे बढ़ने के लिए मौसम की परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि निर्धारित समय से पहले मानसून की दस्तक मौजूदा अनुकूल मौसम परिस्थितियों के कारण है और यह धीरे-धीरे महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। भूटे ने कहा कि यह पूर्वानुमान विशेष रूप से रत्नागिरि जिले के कोंकण क्षेत्र के पास एक निम्न दबाव क्षेत्र के निर्माण पर आधारित है।
मौसम विभाग ने रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए वहां भारी बारिश का अनुमान जताया है। सातारा और कोल्हापुर के घाट क्षेत्रों में भी कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
भूटे ने कहा, रायगढ़ जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि मुंबई शहर के लिए भारी बारिश की चेतावनी नहीं दी गई है। मौसम विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है और समय-समय पर आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा।
मध्यप्रदेश में कब पहुंचेगा मानसून : मानसून ने केरल में तय समय से लगभग एक सप्ताह पहले दस्तक दे दी है। मानसून पहुंचने के साथ तटीय इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। वहीं केरल में मानसून के दस्तक देने के साथ मध्यप्रदेश में मानसून कब पहुंचेगा इसको लेकर लोगों में उत्सकुता बढ़ गई है।
भोपाल मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी अरुण शर्मा के मुताबिक प्रदेश में मानसून 15-16 जून तक दस्तक दे सकता है। प्रदेश में मानसून राज्य के दक्षिण भाग से एंट्री करेगा। प्रदेश के दक्षिणी जिलों अनूपपुर,बालाघाट, बैतूल, मंडला, सिवनी, डिंडौरी,पांढुर्णा और पश्चिमी जिलों बुरहानपुर व बड़वानी में सबसे पहले मानसून सक्रिय होगा।
वहीं राजधानी भोपाल, इंदौर और प्रदेश के मध्य इलाकों में मानसून 20 जून तक पहुंच सकता है, वहीं राज्य के उत्तरी इलाके ग्वालियर-चंबल में मानसून 25 जून तक सक्रिय होगा। ऐसे में प्रदेश में जून के महीने में मानसून पूरे प्रदेश को कवर कर सकता है। वहीं मानसून आने से पहले प्रदेश में एक साथ कई सिस्टम एक्टिव होने से कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी है।