श्रीनगर। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को दावा किया कि आतंकवाद के एक मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए उनकी पार्टी की युवा शाखा के नेता वहीद पर्रा के खिलाफ आरोप बेबुनियाद हैं।
आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से कथित संबंधों के मामले में पर्रा से सोमवार से यहां एनआईए मुख्यालय में पूछताछ की जा रही थी। निलंबित पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह मामले में जांच के दौरान पीडीपी नेता का नाम सामने आया।
पीडीपी अध्यक्ष ने ट्विटर पर लिखा कि यह संयोग नहीं है कि पर्रा को जिला विकास परिषद चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) का सम्मन मिला।
मुफ्ती ने कहा कि पर्रा का निलंबित पुलिस अधिकारी देविंदर सिंह के साथ बिल्कुल भी संपर्क नहीं रहा और उन्हें गलत तरह से आरोपित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल पीडीपी और जम्मू कश्मीर में मुख्य धारा के दूसरे राजनीतिक दलों को ब्लैकमेल करने तथा धमकाने के लिए है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह पर्रा की ईमानदारी और चरित्र की व्यक्तिगत रूप से गारंटी दे सकती हूं और अब यह न्यायपालिका पर है कि उन्हें न्याय मिले और जल्द से जल्द रिहा किया जाए। पर्रा ने हाल ही में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा से जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। (भाषा)