मेरठ। उत्तरप्रदेश की मेरठ पुलिस ने निर्मल बाबा पर झूठा केस दायर करने वाले एक प्रोफेसर को धोखाधड़ी और साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस प्रवक्ता ने रविवार को यहां बताया कि गढ़ रोड स्थित औरंगशाहपुर डिग्गी निवासी हरीश वीर बड़ौत के एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं। प्रोफेसर पर आरोप है कि वे कुछ दिन पहले निर्मल बाबा के समागम कार्यक्रम में गए थे और वहां उन्होंने 2-2 हजार रुपए दान देकर रसीद भी कटवाई थी।
हरीश वीर का आरोप था कि उन्हें निर्मल बाबा ने समागम के दौरान खीर खिलाई जिसके कारण उनका ब्लड शुगर बढ़ गया था। इस मसले में हरीश वीर ने मामला अदालत में दायर कर दिया था जिस पर मेडिकल थाने में निर्मल बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
उन्होंने बताया कि इसके बाद निर्मल बाबा के पुत्र सुप्रीत नरुला ने हरीश वीर के खिलाफ भी मेडिकल थाने में धोखाधड़ी, साजिश रचने, कूटरचना करने, मिथ्या साक्ष्य पेश करने और अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
इस मामले में पुलिस विवेचना पूरी होने के बाद न्यायालय में हरीश वीर के खिलाफ चार्जशीट भेज दी गई थी जिस पर न्यायालय ने हरीश वीर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया। इसी वारंट के आधार पर पुलिस ने हरीश वीर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस रविवार को आरोपी प्रोफेसर को अदालत में पेश करेगी। (वार्ता)