नई दिल्ली। एक निजी बैंक के दो अधिकारियों को पुराने नोटों को बदलने और नए नोटों की आपूर्ति में कथित अनियमितताओं के लिए यहां की एक अदालत ने सात दिन की प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है।
जिला न्यायधीश रविन्दर कौल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अर्जी स्वीकार कर ली जिसमें ईडी ने एक्सिस बैंक की कश्मीरी गेट शाखा में प्रबंधक के तौर पर कार्यरत शोबित सिन्हा और विनीत गुप्ता से पूछताछ के लिए उन्हें 7 दिन की हिरासत में लेने की अनुमति मांगी थी। इनके जरिए ईडी कई अन्य लोगों को पकड़ना चाहता है।
अदालत ने इन बैंक अधिकारियों को 12 दिसंबर तक ईडी की हिरासत में भेजते हुए कहा कि कालाधन उन्मूलन के इस अभियान में हर किसी को सहयोग करना चाहिए।
न्यायधीश ने कहा, यह ऐसी स्थिति है जहां हर किसी को सहयोग करना चाहिए। यदि कालाधन को खत्म करने के लिए अभियान चल रहा है तो हम सभी को सहयोग करना चाहिए। ईडी की ओर से पेश हुए अधिवक्ता विवेक गर्ग ने दलील दी कि इन दो बैंक अधिकारियों ने अन्य लोगों से सांठगाठ कर अवैध रूप से पुराने नोटों को नए नोटों से बदलने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच से खुलासा हुआ है कि 40 करोड़ रुपए मूल्य की करेंसी और कई कंपनियां इसमें शामिल हैं। आरोपी सिन्हा के पास से 39 लाख रुपए मूल्य की सोने की एक ईंट बरामद की गई है और एक अन्य ईंट बरामद की जानी बाकी है।
गर्ग ने कहा कि करीब 15 लोग इस मामले में शामिल हैं और 13 लोगों की गिरफ्तारियां होनी बाकी हैं। यदि इन आरोपियों को हिरासत में नहीं लिया जाता है तो ईडी की जांच प्रभावित होगी। जहां 32 वर्षीय सिन्हा उस शाखा का प्रबंधक था, वहीं 33 वर्षीय गुप्ता प्रबंधक (परिचालन) के तौर पर कार्यरत था। इन दोनों को बैंक द्वारा निलंबित कर दिया गया है। इन्हें पीएमएलए के प्रावधानों के तहत रविवार कोगिरफ्तार किया गया। (भाषा)