नागपुर। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद नागपुर पुलिस ने एक स्थानीय अदालत द्वारा देवेन्द्र फडणवीस के नाम जारी समन की गुरुवार को तामील की। फडणवीस पर चुनावी हलफनामे में खुद पर चल रहे आपराधिक मामलों की जानकारी न देने का आरोप है।
सदर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यहां फडणवीस के घर पर समन की तामील की गई। यह घटनाक्रम ऐसे वक्त हुआ है, जब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनाई है। फडणवीस नागपुर से विधायक हैं।
मजिस्ट्रेटी अदालत ने 1 नवंबर को एक याचिका पर फिर से सुनवाई शुरू की थी जिसमें भाजपा नेता के खिलाफ कथित तौर पर सूचनाएं छिपाने के लिए आपराधिक कार्रवाई की मांग की गई थी। शहर के वकील सतीश उके ने अदालत में एक याचिका दायर कर फडणवीस के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने की मांग की थी।
बंबई उच्च न्यायालय ने उके की याचिका खारिज करने के निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा था। लेकिन उच्चतम न्यायालय ने 1 अक्टूबर को मजिस्ट्रेटी अदालत को उके द्वारा दी गई याचिका पर सुनवाई के लिए आगे बढ़ने का निर्देश दिया था।
फडणवीस के खिलाफ 1996 और 1998 में जालसाजी और धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए थे लेकिन दोनों मामले में आरोप नहीं तय किए गए थे। उके ने आरोप लगाया था कि फडणवीस ने अपने चुनावी हलफनामे में इस सूचना का खुलासा नहीं किया।