तिरुवनंतपुरम। केरल की जेल में बंद कैदियों को अब आधार कार्ड पाने में कोई परेशानी नहीं होगी और इसके लिए राज्य जेल विभाग ने एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम चलाया है।
उम्र और अन्य सामाजिक बाधाओं से परे हटते हुए आधार बनाने के लिए राज्य में सभी लोगों को इससे जोड़ने के लक्ष्य के साथ विभाग ने इसे जेल कैदियों के लिए भी अनिवार्य कर दिया है।
जेल विभाग के सूत्रों ने बताया कि अभियान के तहत सभी जेल कैदियों को मोटे तौर पर आधार से जोड़ने की परिकल्पना की गई है। इसके शुरुआती लक्ष्य राज्य के विभिन्न जेलों में बंद पड़े 3,500 से अधिक कैदियों को आधार से जोड़ने का है।
जेल अधिकारियों की योजना उनका आधार नंबर अपने डेटा बैंक में रखने की भी है जिससे कैदियों की जेल की सजा पूरी होने के बाद भी उनका रिकॉर्ड रहे। इसकी शुरुआत पहले ही विभिन्न जेलों में कर दी गयी है। यहां पिछले सप्ताह पूजापुरा में केंद्रीय जेल में 27 कैदियों ने आधार के लिए नामांकन किया है।
जेल की डीजीपी आर श्रीलेखा ने बताया कि समाज के सभी वर्गों को अधार से जोड़ा जा रहा है। हमारी पहल में कैदियों को आधार से जोड़ने की परिकल्पना की गई है।
उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक कैदियों का आधार बनवाने के लिए नियमित अंतरालों पर जेल परिसरों में आधार पंजीकरण सुविधा मुहैया कराने का प्रबंध किया गया है। (भाषा)