विशाखापत्तनम। तमिलनाडु के विशाखापत्तनम के निकट ब्रांडिक्स विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) में स्थित एक परिधान इकाई में काम करने वाली 150 से अधिक महिलाएं शुक्रवार को एक रासायनिक प्रयोगशाला से संदिग्ध अमोनियम गैस रिसाव के कारण बीमार हो गए। हालांकि, किसी की मृत्यु होने की सूचना नहीं है।
अच्युतापुरम स्थित आंध्र प्रदेश औद्योगिक बुनियादी संरचना निगम (एपीआईआईसी) नामक एसईजेड के बाहर स्थित पोरस लेबोरेट्रीज से गैस लीक होने की आशंका थी, लेकिन इसका असर एसईजेड के भीतर स्थित परिधान इकाई में महसूस किया गया, जहां महिलाएं आंख में जलन, मतली और उल्टी की शिकायत के बाद तुरंत बेहोश होकर गिर गईं।
अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच के बाद कहा कि यूनिट में क्षतिग्रस्त स्क्रबर के कारण गैस रिसाव हुआ। एसईजेड में परिधान-विनिर्माण इकाइयों को एहतियात के तौर पर तुरंत बंद कर दिया गया और अन्य इकाइयों में काम कर रहे कर्मियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। घटना के बाद पूरे इलाके को सेनेटाइज कर दिया गया है।
राज्य के उद्योग मंत्री गुडिवाड़ा अमरनाथ ने बताया कि प्रभावित श्रमिकों की हालत स्थिर है और स्थिति अब नियंत्रण में है। अमरनाथ ने कहा कि केवल कुछ मजदूर बेहोश हुए, जबकि अधिकांश को आंखों में जलन और मतली का सामना करना पड़ा। उन्हें इलाज के लिए अनकापल्ली और विशाखापत्तनम के अस्पतालों में ले जाया गया।
अनकापल्ली जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (डीएमएचओ) हेमंत कुमार ने कहा कि प्राथमिक उपचार के बाद कई कर्मचारी ठीक हो गए हैं। डीएमएचओ ने कहा कि कुछ श्रमिकों को अनकापल्ली के निजी अस्पतालों में ले जाया गया, जहां हमने उन्हें निगरानी में रखा है। किसी को कोई खतरा नहीं है।
जिला पुलिस अधीक्षक गौतमी साली ने कहा कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की स्थिति स्थिर और नियंत्रण में है। आंध्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी प्रयोगशाला परिसर पहुंचे और इंजीनियरों के साथ गैस रिसाव की जांच की। अमरनाथ ने कहा हम गैस रिसाव के कारणों की जांच कर रहे हैं। मैंने घटना की रिपोर्ट मांगी है। स्थिति अब नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने गैस रिसाव के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और उन्हें भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया।