हरिद्वार। हरिद्वार स्थित पतंजलि संस्थान के पतंजलि गुरुकुलम वैदिक कन्या गुरुकुलम से छतीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले के 4 बच्चों को सकुशल उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। इन बच्चों में से एक के परिजन ने बताया कि गुरुकुलम प्रबंधन से बातचीत के बाद बच्चों को उन्हें सकुशल सुपुर्द किया गया है। बताया जा रहा है कि गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लॉक के धौराकोट और छैलडोंगरी के रहने वाले 4 बच्चों को वैदिक कन्या गुरुकुलम से उनके घर वापस भेजने से गुरुकुलम के प्रबंधन जिसके कि सर्वेसर्वा स्वामी रामदेव हैं, इंकार कर रहे थे।
पता यह चला है कि चारों बच्चों को पढ़ाई के लिए हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ संस्थान के पतंजलि गुरुकुलम भेजने के बाद इन बच्चों के परिजन यहां की व्यवस्था से असंतुष्ट थे और अपने बच्चों की वापसी चाहते थे। लेकिन कथित रूप से इन परिजनों से गुरुकुलम प्रबंधन ने पैसों की मांग कर डाली। बच्चों के परिजनों ने इसके बाद तत्काल छतीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मामले में हस्तक्षेप कि मांग की।
इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर गरियाबंद कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर ने उत्तराखंड में तैनात अपने बैचमेट IAS आशीष श्रीवास्तव के जरिए हरिद्वार के कलेक्टर से चर्चा कर मामले की जानकारी दी। इसके बाद तत्काल ही वैदिक गुरुकुलम के प्रबंधन से बातचीत कर बच्चों को उनके परिजनों को सौंपा गया।
यह भी पता लगा है कि गरियाबंद एसपी भोजराज पटेल ने भी उत्तराखंड में तैनात अपनी बैचमेट IPS तृप्ति भट्ट के माध्यम से भी हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक से आवश्यक कार्रवाई करवाने के लिए अनुरोध कराया। तब जाकर बमुश्किल गुरुवार रात 10.40 बजे चारों बच्चों को उनके परिजनों को सौंपा।
एक बच्चे के परिजन जो बच्चों को लेने स्वयं हरिद्वार पहुंचे थे, ने जिला प्रशासन हरिद्वार का धन्यबाद ज्ञापित करते हुए छतीसगढ़ राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रयासों के लिए उनका आभार माना। साथ ही बच्चों के परिजनों ने गरियाबंद जिले के कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर और एसपी भोजराज पटेल के प्रयासों को लेकर उनके प्रति भी कृतज्ञता जाहिर की।