जयपुर। राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा एसओजी ने एक कारखाना मालिक को बैंक कर्मियों की मिलीभगत से कारखाने के मृत कर्मचारी के पूर्व से हस्ताक्षरशुदा चैकों से 7 लाख रुपए का भुगतान कराने के मामले में गिरफ्तार किया है।
एटीएस एवं एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि गंगापुर सिटी निवासी गोपाल गुप्ता ने अवैध तरीके से अर्जित अपनी काली कमाई को नोटबंदी के बाद लगभग 7 लाख रुपए बैंक कर्मियों की मिलीभगत से जमा करवाकर मृतक के पूर्व से हस्ताक्षर किए हुए चैकों को अभियुक्त द्वारा स्वयं राशि भरकर विभिन्न तरीकों से भुगतान करा लिया।
उन्होंने बताया कि मृतक की मां सीतादेवी ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके मृत पुत्र वीरेन्द्र पांडे (32) अभियुक्त गोपाल गुप्ता की स्लेट फैक्ट्री में काम करता था। इस दौरान गोपाल द्वारा मृतक एवं अन्य फैक्ट्री कर्मियों के पंजाब नेशनल बैंक गंगापुर सिटी में खाते खुलवाकर उनकी चैक बुक जारी करवाकर खाताधारकों से खाली चैकों पर हस्ताक्षर करवाकर अपने पास रख लिए थे और उनका स्वयं उपयोग करता रहा।
उन्होंने बताया कि नोटबंदी के बाद वीरेन्द्र पांडे की एसएमएस अस्पताल में गत 13 नवंबर को मृत्यु के पश्चात अपना कालाधन लगभग 7 लाख रुपए अभियुक्त गोपाल गुप्ता द्वारा मृतक के खाते में जमा करवाकर अपने पास रखे हुए हस्ताक्षर किए हुए चैकों में रकम भरकर अन्य खातों में ट्रांसफर करवाकर भुगतान प्राप्त कर लिया।
मिश्रा ने बताया कि आरोपी गंगापुर सिटी में एक प्रतिष्ठित स्कूल का संचालक है एवं गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त की तलाशी में लगभग 1.25 लाख रुपए (2-2 हजार के नए नोट) भी मिले हैं जिनके बारे में भी पूछताछ की जा रही है। (भाषा)