जयपुर। राजस्थान में लगभग 7,000 पेट्रोल पंपों पर हड़ताल के कारण शनिवार को लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अनेक जगह लोग पेट्रोल, डीजल के लिए घूमते दिखे।
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने राजस्थान सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर वैट वृद्धि के विरोध में शनिवार को एक दिन की हड़ताल रखी है। इस वजह से राज्य में निजी स्वामित्व वाले लगभग 7,000 पेट्रोल पंप सुबह छह बजे से बंद रहे। हालांकि कंपनी स्वामित्व व कंपनी द्वारा परिचालित (सीओसीओ) कुछ पंप खुले हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई ने कहा कि शनिवार को राज्य में पेट्रोल व डीजल की बिक्री नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना काल में भी वैट बढ़ा दिया और अतिरिक्त आय अर्जित की। पड़ोसी राज्यों में दाम तुलनात्मक रूप से कम होने के कारण राजस्थान में बिक्री 34 प्रतिशत घट गई है।
एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकार ने वैट में कमी की उसकी मांग नहीं मानी तो 25 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। संगठन के अनुसार इस हड़ताल के कारण लगभग तीन करोड़ लीटर पेट्रोल-डीजल की बिक्री प्रभावित रहेगी जिससे सरकार को पथ उपकर सहित 34 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि होगी।