राहतभरी खबर! लखनऊ के पेट्रोल पंप मालिकों की हड़ताल समाप्त
, मंगलवार, 2 मई 2017 (17:18 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स की कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को लखनऊ के पेट्रोल पंप मालिकों ने हड़ताल कर दी। हालांकि प्रशासन के आश्वासन पर इसे खत्म कर दिया गया।
पेट्रोल पंप एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने कहा, 'एसटीएफ की छापेमार कार्रवाई की वजह से पेट्रोलपंप कर्मी भाग गए हैं, लिहाजा लखनउ के पेट्रोल पंप मालिकों ने सोमवार रात से हड़ताल शुरू कर दी है।'
बाद में, लखनउ जिला प्रशासन ने पेट्रोल पंप मालिकों के साथ बैठक में आश्वासन दिया कि जो पंप मालिक ईमानदारी से अपना कारोबार कर रहे हैं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। प्रशासन ने पंप मालिकों से सहयोग की अपेक्षा भी की, जिसके बाद करीब 12 घंटे चली हड़ताल समाप्त कर दी गई।
हालांकि अचानक हुई इस हड़ताल की वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों से इतर कंपनियों के पंपों पर उपभोक्ताओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं।
यह हड़ताल एसटीएफ द्वारा लखनऊ के विभिन्न पेट्रोल पम्पों पर की गयी छापामार कार्रवाई के विरोध में की गई। एसटीएफ के अभियान के दौरान अनेक पेट्रोल पंपों पर उपभोक्ताओं को करोड़ों रुपए की चपत लगाए जाने का खुलासा हुआ था।
तेल मशीनों में चिप लगाकर उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी उजागर होने के बाद राजधानी के कई पेट्रोल पंप सीज कर दिए गए थे, जिनमें यूपी पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बी. एन. शुक्ला के पंप भी शामिल हैं।
कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने इस बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं को बताया कि राज्य सरकार पेट्रोल पम्प मालिकों के दबाव में नहीं आएगी। पुलिस ने जो कार्रवाई की वजह न्यायसंगत और उपभोक्ताओं के हित में थी। पम्प मालिकों का प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सकता है और हमें उम्मीद है कि यह गतिरोध जल्द दूर हो जाएगा।
मालूम हो कि एसटीएफ ने गत 27 अप्रैल की रात को लखनऊ के सात पेट्रोल पंपों पर छापा मारकर इलेक्ट्रानिक चिप के जरिये पेट्रोल चोरी करने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया था। (भाषा)
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