जयपुर। राजस्थान के राजसमंद एवं डूंगरपुर जिलों में प्रसव पश्चात नवजात शिशु एवं उसकी मां की घर पर देखभाल सुनिश्चित करने के लिए पायलेट प्रोजेक्ट संचालित किया जाएगा। निदेशक जन स्वास्थ्य एवं आरसीएच डॉ. वीके माथुर की अध्यक्षता में यहां आयोजित एचबीएनसी कार्यक्रम की राज्य स्तरीय परामर्श बैठक में यह जानकारी दी गई।
डॉ. माथुर ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत इन जिलों में पायलेट प्रोजेक्ट संचालित किया जाएगा। इसमें आशा सहयोगिनियां नवजात शिशु एवं उसकी मां को गुणवत्तापूर्ण देखभाल, परामर्श एवं रैफरल सेवाएं उपलब्ध कराएंगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्रसव पश्चात् नवजात शिशु की देखभाल के लिए हाउस बेस्ड निओनेटल केयर कार्यक्रम संचालित है एवं जिसमें आशा नवजात शिशु के जन्म के 3,7,14,21,28 एवं 42वें दिन उसके घर जाकर देखभाल एवं परामर्श सेवाएं देती हैं। उन्होंने बताया कि नवजात शिशु मृत्युदर में कमी लाने वाले इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम पर विशेष बल देने के उद्धेश्य से राजसमंद एवं डूंगरपुर जिलों में पायलेट प्रोजेक्ट संचालित किया जाएगा। (वार्ता)