भोपाल। मध्यप्रदेश के धार जिले में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आए उम्मीदवारों के मेडिकल टेस्ट के दौरान उनके सीने पर एससी-एसटी लिख दिया गया। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अब गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के धार जिले में आरक्षकों की भर्ती के लिए हुए मेडिकल परीक्षण के दौरान उम्मीदवारों के सीने पर उनकी जाति एससी एवं एसटी (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति) स्केज पेन से लिख दी गई। इस घटना के मीडिया में आने के बाद धार जिले के पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र सिंह ने पूरे मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं।
सिंह ने फोन पर बताया कि यह घटना कल उस वक्त हुई, जब जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा आरक्षक पदों के लिए उम्मीदवारों की मेडिकल जांच की जा रही थी। मैंने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और पुलिस उप अधीक्षक (डीएसपी) स्तर का अधिकारी इसकी जांच करेगा।
उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि यह इसलिए लिखा गया, क्योंकि सभी जाति के लिए फिजिकल फिटनेस के लिए अलग-अलग मानदंड बनाए गए थे। भर्ती में सहूलियत हो और कोई अभ्यर्थी किसी दूसरे से मिल न जाए इसलिए ऐसा लिखा गया।
इसके पीछे किसी को ठेस पहुंचाने या अपमानित करने की कोई मंशा नहीं थी।सिंह ने बताया कि हालांकि, अलग-अलग जाति के उम्मीदवारों को पहचानने के लिए दूसरा तरीका भी अपनाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से जातियां लिखने का निर्देश नहीं दिया गया था।
मीडिया में आई तस्वीरों में आरक्षक पद पर भर्ती के दौरान उम्मीदवारों की छाती पर एससी, एसटी एवं सामान्य (वर्ग) लिखा गया है और ये उम्मीदवार ऊपरी हिस्से में कोई कपड़े नहीं पहने हुए हैं। यह सोशल मीडिया में वायरल हो गया और चर्चा में है। (भाषा)