मां तो मां होती है। मां की ममता का कोई मोल नहीं होता है। ऐसा ही कुछ वाक्या आज कानपुर में उस समय देखने को मिला, जब एक बेजुबान मां अपनों की जिंदगी बचाने के लिए पुलिस से इशारों में गुहार करती हुई नजर आई। वहीं बचाव कार्य में जुटे पुलिसकर्मी भी बेजुबान के इशारे को समझ उसके पीछे चल दिए। इसके बाद जो कुछ हुआ, उसे देखने के बाद पुलिसकर्मियों की भी आंखें नम हो गईं।
जिंदगी बचाने का कर रही थी प्रयास : कानपुर नगर के बांसमडी की होजरी मार्केट में लगी आग के दौरान शुक्रवार भोर सुबह एआर कॉम्पलेक्स में सबसे पहले आग लगी थी। जिसके बाद शनिवार को उसके बगल वाले मार्केट में आग लग गई थी। पुलिस ने समय रहते मार्केट खाली करा लिया था।
इस दौरान एक बेजुबान (डॉगी) बार-बार मार्केट के अंदर जा रही थी और फिर पुलिसकर्मियों के पास आ रही थी। यह देखकर डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल को संदेह हुआ कि यह कुछ दिखाना चाहती है। जिसके बाद डीसीपी साउथ सलमान खान पाटिल ने तत्काल पुलिसकर्मियों को इशारा किया और बेजुबान (डॉगी) का पीछा करते हुए अंदर दाखिल हुए।
बेजुबान (डॉगी) पुलिसकर्मियों को लेकर जहां गई वहां का नजारा देख पुलिसकर्मी हैरान रह गए। मार्केट के अंदर एक कोने में बेजुबान (डॉगी) के 6 पिल्ले आग से बचने का प्रयास करते हुए चिल्ला रहे थे। यह देख डीसीपी साउथ सलमान खान पाटिल के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत सभी को उठाकर बाहर निकाला और सुरक्षित स्थान पर रख दिया।
पिल्ले को सुरक्षित देख सबसे पहले बेजुबान (डॉगी) ने पुलिसकर्मियों के हाथों को चाटना शुरू कर दिया। फिर अपने बच्चों के पास बैठ गई और प्यार-दुलार करने लगी। बेजुबान (डॉगी) की ममता से भरे इस नजारे को देखकर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ ही अन्य सभी की आंखें भर आईं।
मार्केट के अंदर मौजूद थे 6 पिल्ले : डीसीपी साउथ सलमान खान पाटिल ने बताया कि होजरी मार्केट में लगी आग के दौरान एक डॉगी बार-बार मार्केट के अंदर जाकर हम लोगों के आ रही थी। उसको देखकर पीछा करते हुए अंदर दाखिल हुए तो देखा कि मार्केट के अंदर एक कोने में उसके 6 पिल्ले मौजूद थे, जिन्हें पुलिसकर्मी तत्काल बाहर निकालकर ले आए।