Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

प्रशांत किशोर का तंज, नीतीश कुमार शारीरिक रूप से थके हुए, मानसिक रूप से रिटायर्ड

प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में जदयू एक भी सीट नहीं जीत पाएगी।

Advertiesment
हमें फॉलो करें nitish kumar

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2025 (07:46 IST)
Nitish Kumar news in hindi : चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शारीरिक रूप से थके हुए और मानसिक रूप से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में जदयू एक भी सीट नहीं जीत पाएगी।
 
किशोर को उम्मीद है कि उनकी अपनी पार्टी जन सुराज पार्टी इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में धूम मचाएगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अप्रैल में एक रैली करने की योजना बनाई है जो भीड़ के मामले में सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी।
 
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पाला बदलते हुए सत्ता की कुर्सी पर बने रहने में कामयाब रहे हैं। जदयू के पास कम सीटें होने पर भी उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल सकता है। इस चक्र को तोड़ने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि तीर (जदयू का चुनाव चिह्न) कमल (भाजपा) के साथ न तैरे और न ही लालटेन (राजद) के साथ चमके, मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे इस तरह से वोट करें कि जदयू एक भी सीट न जीत पाए। तभी हम ऐसे मुख्यमंत्री से छुटकारा पा सकेंगे जो शारीरिक रूप से थके हुए और मानसिक रूप से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
 
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने भाजपा पर नीतीश कुमार को मुखौटे के रूप में इस्तेमाल करते हुए सत्ता का आनंद लेने का आरोप लगाया और कहा कि सार्वजनिक धन की लूट और कुछ विमुख जातियों को खुश करने के इरादे बुधवार को मंत्रिमंडल विस्तार किया गया, जबकि चुनाव में मुश्किल से छह महीने बचे हैं।
 
किशोर ने दावा किया कि लोग राजग और राजद नीत विपक्ष से तंग आ चुके हैं जो जंगल राज के लिए जिम्मेदार है।
 
किशोर से मुख्यमंत्री के बेटे निशांत द्वारा हाल में की गई टिप्पणी कि उनके पिता सौ प्रतिशत फिट हैं और उन्हें एक और कार्यकाल मिलना चाहिए, के बारे में पूछे जाने पर जन सुराज पार्टी के संस्थापक ने कहा कि मैं निशांत के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। वह सार्वजनिक जीवन में नहीं हैं। लेकिन मैं उनके पिता को चुनौती देता हूं कि वे कागज पर नजर डाले बिना राज्य मंत्रिमंडल के मंत्रियों के नाम बताएं। अगर नीतीश कुमार इस तरह अपनी मानसिक स्थिरता का परिचय देते हैं, तो मैं अपनी राजनीति छोड़ दूंगा और उनके लिए काम करना शुरू कर दूंगा।
edited by : Nrapendra gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कांग्रेस नेताओं का असम पर 2.5 घंटे महामंथन, 2026 के चुनावों पर क्या बनी रणनीति