मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने शिवसेना की उस याचिका को स्वीकार कर लिया है, जिसमें पार्टी ने अपने 16 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की थी। इन विधायकों को शनिवार को नोटिस जारी किया जा सकता है। दूसरी ओर, शिवसैनिकों द्वारा हिंसा फैलाने के डर से मुंबई में हाईअलर्ट जारी किया गया है। शिवसैनिकों ने शुक्रवार को भी कई स्थानों पर तोड़फोड़ की।
जानकारी के मुताबिक शिवसेना द्वारा विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष शनिवार को शिवसेना के इन 16 विधायकों को नोटिस जारी कर सकते हैं। इन बागी विधायकों को 48 घंटे के भीतर विधानसभा उपाध्यक्ष के नोटिस का जवाब देना होगा।
दूसरी ओर, बागी एकनाथ शिंदे के गुट के विधायकों ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरावल को हटाने के लिए एक प्रस्ताव लाने पर विचार किया है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में प्रस्ताव लाने की तैयारी की जा रही है, जिस पर 46 विधायकों के हस्ताक्षर होंगे।
कड़े पहरे में बागी विधायक : सभी लोगों की निगाहें गुवाहाटी के बाहरी इलाके में स्थित उस लग्जरी होटल पर टिकी हैं, जहां शिवसेना के एकनाथ शिंदे और उनका समर्थन कर रहे विधायक ठहरे हुए हैं। इस होटल में कड़ा पहरा है और अंदर जो हो रहा है, उसकी भनक तक किसी को नहीं लग रही है।
होटल के एक कर्मचारी ने बताया कि होटल अगले एक हफ्ते के लिए कोई नई बुकिंग नहीं ले रहा है क्योंकि हमारे पास कोई खाली कमरा नहीं है। कर्मचारी से होटल के भीतर विधायकों की गतिविधियों के बारे में सवाल पूछने से पहले ही उसने कहा, कृपया मुझसे उनके बारे में कोई सवाल मत कीजिए। मैं उस संबंध में कुछ भी नहीं कह सकता हूं।
इस होटल में 196 कमरे हैं और अगले कुछ दिनों के दौरान बुकिंग की ऑनलाइन तलाश करने पर जवाब मिला कि इन तारीखों के लिए कोई कमरा उपलब्ध नहीं है। होटल के एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि सभी कमरे बुक हो गए हैं क्योंकि नीलांचल पर्वत पर स्थित मशहूर कामाख्या मंदिर में 4 दिवसीय अम्बुबाची मेला शुरू हो गया है।
होटल में और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुरक्षा बंदोबस्त पर नजर रख रहे हैं। शीर्ष पुलिस अधिकारी भी होटल के भीतर मेहमानों और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। मीडियाकर्मी बुधवार से ही होटल के बाहर डेरा डाले हुए हैं, लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।