प्रधानमंत्री मोदी की भतीजी का पर्स शनिवार सुबह बदमाशों ने छीन लिया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और झपटमारी करने वालों में एक आरोपी नाबालिग निकला। न्यायालय के आदेश पर आरोपी को फिलहाल बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस आरोपी की उम्र संबंधी जांच कराई जाएगी।
खबरों के मुताबिक, शनिवार को ऑटो से उतर रहीं प्रधानमंत्री मोदी की भतीजी दमयंती को झपटमारों ने निशाना बनाया था। बाद में सिविल लाइंस थाने सहित पूरी दिल्ली पुलिस झपटमारों की गिरफ्तारी में जुट गई थी। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस उसे बालिग मानकर चल रही थी।
न्यायालय में सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने उम्र संबंधी कुछ सबूत पेश किए, जिसके अनुसार उसकी उम्र 18 साल से कम है। इसके बाद अदालत ने उसे बाल सुधार गृह भेज दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब नाबालिग करार दिए गए आरोपी की जांच कराई जाएगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस उम्र के निर्धारण के लिए नाबालिग द्वारा पूर्व में किए गए अपराध की भी जानकारी खंगाल रही है। वहीं इस मामले का दूसरा आरोपी तिहाड़ जेल में बंद है। आरोपियों के पास से वह सामान भी मिल गया है, जो उन्होंने युवती से गुजरात समाज भवन के सामने से शनिवार सुबह झपटा था।
राजधानी दिल्ली में लूट और झपटमारी की वारदातों का बढ़ता आंकड़ा इस बात की तस्दीक करता है कि दिल्ली अब स्नैचिंग कैपिटल बन चुकी है। इस साल 30 सितंबर तक झपटमारी की 4762 वारदातें दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में एक 21 साल का है, जो सदर बाजार का रहने वाला है। वारदात को अंजाम देने के बाद वो सोनीपत जाकर अपने रिश्तेदार के यहां छुप गया था। उसने स्नैचिंग में इस्तेमाल स्कूटी सुल्तानपुरी में अपनी मौसी के यहां छुपा दी थी, जबकि दूसरा आरोपी सुल्तानपुरी से पकड़ा गया है।