पुणे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर अलग-अलग जगह 'महाआरती' का आयोजन किया। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने इफ्तार दावत के साथ ही 'सर्वधर्म' हनुमान जयंती का आयोजन किया। वहीं, शिवसेना ने राज ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा के समर्थन से नव हिंदू ओवैसी का हुआ उदय हो रहा है।
इस महीने की शुरुआत में अपनी दो रैलियों में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाया गया तो इन धार्मिक स्थलों के सामने जोर-जोर से हनुमान चालीसा का पाठ होगा। राज ठाकरे ने राज्य सरकार को 3 मई से पहले उनकी मांग पर कार्रवाई करने का अल्टीमेटम भी दिया है।
सफेद-कुर्ता पायजामा पहने और भगवा शॉल डाले राज ठाकरे ने शनिवार शाम को पुणे के सबसे पुराने माने जाने वाले खाल्कर आली हनुमान मंदिर में भगवान हनुमान की आरती की। इस दौरान मनसे कार्यकर्ताओं समेत भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
हनुमान जयंती पर इफ्तार : वहीं, राकांपा की पुणे इकाई ने करवे नगर स्थित एक मंदिर में एक सर्वधर्म हनुमान जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भगवान हनुमान की आरती की। इसके साथ मंदिर परिसर में एक इफ्तार दावत का भी आयोजन किया गया।
इस मौके पर पवार ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां विविधता में एकता देखी जा सकती है और यहां सभी धर्मों, क्षेत्रों और जातियों के लोग एक साथ रहते हैं और एक-दूसरे के त्योहारों को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। किसी अन्य धर्म से नफरत करना भारत की संस्कृति नहीं है।
शिवसेना ने मध्य मुंबई के दादर और गिरगांव में स्थित हनुमान मंदिरों में आरती का आयोजन किया। शिवसेना नेता और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने निर्वाचन क्षेत्र वर्ली में मंदिरों का दौरा किया और गिरगांव मंदिर की महा आरती में हिस्सा लिया।
नव हिंदू ओवैसी का उदय : मस्जिदों में लाउडस्पीकर के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने वाले राज ठाकरे पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने मनसे प्रमुख को नव हिंदू ओवैसी और उनकी पार्टी को नव हिंदुत्व एआईएमआईएम करार दिया।
मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की मांगों के पीछे भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाते हुए राउत ने दावा किया कि खुफिया जानकारी से पता चला है कि महाराष्ट्र में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की साजिश चल रही है और महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को बर्खास्त करने के लिए राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की जाने वाली है।
राउत ने आरोप लगाया कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग और हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान मनसे के सहयोग से भाजपा द्वारा एमवीए सरकार को गिराने के लिए सांप्रदायिक नफरत पैदा करने के प्रयास का हिस्सा है। भाजपा यह काम नव हिंदुत्व एआईएमआईएम और नव हिंदू ओवैसी के जरिए करवा रही है।
शिवसेना प्रमुख की भ्रष्ट कॉपी : राउत ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग शिवसेना सुप्रीमो की भ्रष्ट कॉपी बनने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन यह बेकार है। हिंदुत्व किसे पढ़ाते हैं? जिन लोगों ने हिंदुत्व को किराए पर लिया है, उन्हें हमें हिंदुत्व नहीं सिखाना चाहिए। राउत ने कहा कि जो लोग हनुमान चालीसा का पाठ करने का दावा करते हैं, वे इसकी पहली दो चौपाई भी दिल से नहीं कह सकते। वे राष्ट्रगान और वंदे मातरम् का पाठ भी नहीं कर सकते।