मुंबई। महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने तिवारे बांध के टूटने और 19 लोगों की जान चले जाने के लिए केकड़ों को जिम्मेदार ठहराने पर मंत्री तानाजी सावंत की आलोचना की है। एनसीपी ने आरोप लगाया कि वे एक 'भ्रष्ट मछली' को बचाने के लिए 'केकड़ों' पर आरोप लगा रहे हैं।
एनसीपी के महासचिव जितेंद्र आव्हाड के नेतृत्व में एनसीपी कार्यकर्ता हाथ में केकड़े लेकर नौपाड़ा पुलिस थाने पहुंचे और पुलिस से इन केकड़ों को ‘गिरफ्तार’ करने का अनुरोध किया।
जल संसाधन मंत्री सावंत इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए कहा था कि जो भी होना है वह होगा। इस दौरान सावंत ने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए यह भी कहा कि केकड़ों ने बांध की दीवारों को कमजोर कर दिया था, इसलिए बांध टूटा और यह हादसा हुआ।
महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने तिवारे बांध के टूटने और 19 लोगों की जान चले जाने के लिए केकड़ों को जिम्मेदार ठहराने पर मंत्री तानाजी सावंत की आलोचना की है। एनसीपी ने आरोप लगाया कि वे एक 'भ्रष्ट मछली' को बचाने के लिए 'केकड़ों' पर आरोप लगा रहे हैं।
जल संसाधन मंत्री सावंत इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए कहा था कि जो भी होना है वह होगा। इस दौरान सावंत ने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए यह भी कहा कि केकड़ों ने बांध की दीवारों को कमजोर कर दिया था, इसलिए बांध टूटा और यह हादसा हुआ।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि बांध के टूट जाने के लिए शिवसेना नेता सावंत द्वारा केकड़ों को जिम्मेदार ठहराया जाना शर्मनाक है। तटीय रत्नागिरि जिले के चिपलून तहसील में यह बांध मंगलवार को भारी बारिश के बीच टूट गया था और निचले हिस्से में आने वाले कई गांव जलमग्न हो गए थे।
(फोटो सौजन्य : ट्विटर)