कोलकाता। देश में वीआईपी कल्चर को खत्म करने के उद्देश्य से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 19 अप्रैल को लाल बत्ती इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा दी थी। लेकिन सरकार के इस आदेश के बाद भी कुछ ऐसे नेता हैं जो इस रूल का पालन नहीं कर रहे हैं खासकर ममता के मंत्री।
पश्चिम बंगाल के लोक निर्माण विकास मंत्री अरूप बिसवास सोमवार को अपनी गाड़ी पर लाल बत्ती लगाकर सफर करते नजर आए। मंत्रीजी से जब लाल बत्ती के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से लाल बत्ती हटाने को लेकर अभी तक ऐसा कोई आदेश नहीं आया है। असी के साथ उन्होंने कहा कि हम दूसरों का आदेश मानने के लिए बाध्य नहीं हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के फैसले के मुताबिक केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्य के कैबिनेट मंत्री, ब्यूरोक्रेट और सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज भी शामिल हैं। जो लोग लाल बत्ती लगा सकेंगे उसमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और लोकसभा के स्पीकर का नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 19 अप्रैल को एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए 1 मई से सभी महत्वपूर्ण व्यक्ति के वाहनों पर लाल बत्ती लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। केंद्र सरकार ने यह भी आदेश दिया था कि सिर्फ इमरजेंसी वाहनों पर ही ऐसी बत्ती लगाई जा सकेंगी। (एजेंसी)