लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के बुधवार को विधान भवन के घेराव कार्यक्रम की वजह से लगे भीषण जाम ने शहर की रफ्तार को थाम दिया और तेज धूप तथा उमसभरी गर्मी में रेंगकर चल रहे वाहनों में सवार लोगों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
भाजपा कार्यकर्ता अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक शहर के अति व्यस्त इलाके हजरतगंज स्थित पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर एकत्र हुए और विधान भवन का घेराव करने के लिए बढ़े।
बड़े पैमाने पर अवरोधक लगाकर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन पार्टी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में कार्यकर्ता नहीं माने और बाधाओं को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की।
विधान भवन के अंदर मानसून सत्र की कार्यवाही जारी होने के बीच परिसर की तरफ बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पहले तो पुलिस ने उन पर पानी की बौछार की, आंसू गैस के गोले छोड़े और फिर लाठीचार्ज किया। इससे मौके पर भगदड़ मच गई।
इस मंजर की वजह से शहर का यातायात थम-सा गया। मुख्यमंत्री आवास के सामने कालिदास मार्ग से लेकर बर्लिंग्टन चौराहे, कैंट, लालबाग और सिकंदराबाग तक कई किलोमीटर के जाम में सैकड़ों वाहन फंस गए। रही-सही कसर भाजपा नेताओं की बेतरतीब खड़ी गाड़ियों ने पूरी कर दी। स्कूलों में छुट्टी का समय होने से हालात और बिगड़ गए।
भीषण धूप और उमसभरी गर्मी के बीच चरमराई यातायात व्यवस्था में वाहन रेंगकर चले और लोग परेशान हुए। यातायात पुलिसकर्मियों को हालात संभालने में करीब 3 घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
भाजपा के प्रांतीय महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि उनकी पार्टी ने प्रदेश की जनसमस्याओं और खराब कानून-व्यवस्था के विरोध में यह प्रदर्शन किया था। इसमें भाजपा के कई सांसद तथा विधायक भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मंगलवार को विधानसभा में स्वीकार कर चुकी है कि प्रदेश में पिछले 5 महीने के दौरान बलात्कार के 1012, महिला उत्पीड़न के 4520, लूट के 1386 और डकैती के 86 मुकदमे दर्ज हुए हैं।
पाठक ने कहा कि प्रदेश में हर तरफ अराजकता का माहौल है जिससे केवल भाजपा ही मुक्ति दिला सकती है। (भाषा)