श्रीनगर। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर स्थित कुद में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में मारे गए आतंकी तनवीर को बुधवार को राष्ट्र विरोधी नारों के बीच बटमालू इलाके में दफनाया गया। इस दौरान हुई हिंसक झड़पों के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे भी लहराए।
गौरतलब है कि गत सोमवार को कुद में श्रीनगर से जम्मू की तरफ जा रही बस में बैठे एक आतंकी ने सुरक्षाबलों द्वारा रोके जाने पर फायरिंग कर दी थी। इससे एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक महिला समेत दो लोग घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में आतंकी मारा गया। उसकी पहचान बेमिना निवासी तनवीर के रूप में हुई है। वह एक पूर्व आतंकी था और वर्ष 2003-04 के दौरान कश्मीर में हुई एक आत्मघाती हमलों की साजिश में शामिल रहा था।
हालांकि मृतक के परिवार सदस्यों ने सरकार के दावों कि वह आतंकी था को खारिज कर दिया। परिवार ने कहा कि एक सक्रिय आतंकी घर में रह सकता है। उन्होंने कहा कि तनवीर एक मानसिक रोगी था और अमृतसर के अस्पताल में उसका उपचार चल रहा था। तनवीर के बड़े भाई अरशिद सुलतान शेख ने सरकार के दावों पर सवालिया निशान लगा दिया।
प्रत्यक्षदिर्शयों ने कहा कि तनवीर का शव यहां पहुंचने के तुरंत बाद शहर के बेमिना, बटमालू और आसपास के इलाकों में विरोध प्रदर्शनों और झड़पों का अनुभव किया गया। पुलिस ने मृतक का शव आज सुबह उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया। बेमिना और उसके साथ सटे इलाकों में गत सोमवार की शाम से ही स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों का दौर चल रहा है।
आज सुबह पुलिस ने तनवीर का शव उसके परिजनों को सौंपा। शव जैसे ही बेमिना पहुंचा स्थिति और ज्यादा तनावपूर्ण हो गई। जीवे जीवे पाकिस्तान, हम क्या चाहते हैं आजादी जैसे नारे भी लगने लगे। इस दौरान कुछ युवकों ने जिनमें से अधिकांश ने नकाब पहन रखे थे पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे भी निकाले।
उसके जनाजे में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। तनवीर को बटमालू स्थित कब्रिस्तान में उसके दिवंगत भाई गौहर की कब्र के पास ही दफनाया गया। गौहर तहरीकुल मुजाहिदीन का डिवीजनल कमांडर था और 1994 में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।
तनवीर के जनाने में शामिल कई युवकों ने उत्तेजक नारेबाजी करते हुए वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया। उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस ने भी लाठियां और आंसूगैस का सहारा लिया। इसके बाद बेमिना के विभिन्न हिस्सों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों का दौर शुरू हो गया जो दोपहर बाद तक जारी रहा।
हालांकि इस दौरान चार लोगों के जख्मी होने की सूचना है, लेकिन अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले प्रशासन ने बटमालू के आसपास भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया था। सुरक्षाबलों ने सभी मुख्य सड़कों को कंटीले तारों से सील कर दिया था। बेमिना मार्ग पर यातायात को डायवर्ट कर दिया गया था।