नई दिल्ली। गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए 112 दिनों की भूख हड़ताल कर प्राणाहुति देने वाले प्रोफेसर जीडी अग्रवाल के बाद एक और संत इसी मकसद से भूख हड़ताल पर बैठ रहे हैं।
उत्तराखंड में हरिद्वार के 'मैत्री सदन' के प्रवक्ता ने शनिवार को फोन पर बताया कि कनखल के इसी आश्रम में प्रो. अग्रवाल (स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद) ने गंगा को निर्मल तथा अविरल बनाने के लिए 112 दिनों तक भूख हड़ताल की थी और अब उसी स्थान पर एक अन्य संत भूख हड़ताल शुरू कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि गंगा सफाई के लिए आंदोलन जारी रहेगा। इसके लिए गंगा जागरण यात्रा कनखल से शुरू होकर दिल्ली के लिए रवाना होगी। राष्ट्रीय राजधानी से यात्रा 5 समूहों में बंटेगी और देश के विभिन्न हिस्सों के लिए रवाना होकर निर्मल गंगा के लिए जन-जागरण करेगी।
गंगा को निर्मल बनाने के लिए 112 दिनों तक भूख हड़ताल करने वाले आईआईटी, कानपुर के पूर्व प्रोफेसर जीडी अग्रवाल का ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 2 दिन पहले निधन हो गया। उन्होंने इसी आश्रम में भूख हड़ताल की थी और सरकार पर अपनी मांगों के लिए दबाव बनाने के वास्ते भूख हड़ताल के 110वें दिन से उन्होंने जल भी त्याग दिया था। (वार्ता)