हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भूस्खलन की चपेट में आए शिव मंदिर हादसे में अब तक 13 शव बरामद हो चुके हैं। बुधवार को बचाव दल को 1 और शव मिला था। इस हादसे में हताहतों की संख्या 21 हो सकती है।
एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी बीएस राजपूत ने बताया कि मंगलवार को हमें 12 शव बरामद हुए थे, जबकि आज यानी बुधवार को एक और शव बरामद हुआ है। इस तरह अभी तक इस हादसे में 13 शव बरामद हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम भारी मशीनरी के अलावा विशेष उपकरणों का भी सर्च ऑपरेशन में उपयोग कर रहे हैं।
कब तक चलेगा ऑपरेशन? : राजपूत ने कहा कि फिलहाल यह नहीं कहा जा सकता कि सर्च ऑपरेशन कब तक चलेगा, क्योंकि निचले क्षेत्र में शव कम से कम 2 किलोमीटर के दायरे फैले हुए हैं। उस इलाके में मशीनों का उपयोग नहीं किया जा सकता, इसलिए मैन्युअल ही बचाव कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में एनडीआरएफ के अलावा एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस, सेना के जवान और होमगार्ड काम कर रहे हैं। जिस वक्त हादसा हुआ था तब पूजा चल रही थी। फोर्स काफी ज्यादा था, मलवा नीचे की ओर बहाकर ले गया। सर्च अभियान अभी भी चल रहा है। मलबा बहुत ज्यादा है।
बादल फटने की 170 घटनाएं : उल्लेखनीय है कि राज्य में मानसून के दौरान बादल फटने तथा भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं हुई हैं और करीब 9,600 मकान आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राज्य में अब तक करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में मंगलवार को समीक्षा बैठक हुई, जिसमें उन्होंने बिजली, जलापूर्ति योजनाओं को बहाल करने के आदेश दिया। सुक्खू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में बारिश में लगभग 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे हिमाचल प्रदेश में व्यापक क्षति हुई है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala