जम्मू। कोरोना संकट में भी सुरक्षाबलों का आतंकियों पर वार जारी है। अप्रैल महीने में अभी तक 23 आतंकियों को ढेर किया जा चुका है जबकि इस साल मरने वाले आतंकियों को आंकड़ा 64 को पार कर चुका है। यह बात अलग है कि इस साल 17 सुरक्षाकर्मी भी शहादत पा चुके हैं तथा 9 नागरिकों को आतंकी मौत के घाट उतार चुके हैं।
पिछले साल 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटने के बाद बंद रहे कश्मीर में 6 महीनों के दौरान सुरक्षाबलों को इतना नुकसान नहीं हुआ जितना लॉकडाउन के 28 दिनों में उठाना पड़ा है। 25 मार्च से लगे लॉकडाउन को सख्ती से लागू करवाने में लगे सुरक्षाबलों पर आतंकी हमले बढ़ गए हैं। इस दौरान कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में करीब 18 वारदातें हुई हैं।
पिछले 13 दिनों में कश्मीर में आतंकी हमलों में 10 जवान शहीद हुए। इस अवधि में 18 आतंकी भी मारे गए हैं, दूसरी ओर अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद 6 महीने में सुरक्षाबलों के 5 जवान शहीद हुए थे जबकि 30 से 40 आतंकियों को मार गिराया गया था।
साल 2020 की शुरुआत से अब तक यानी इन 4 महीनों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई कुख्यात कमांडरों समेत 64 आतंकी मारे गए हैं। इसी अवधि में केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने की जारी मुहिम में 17 सुरक्षाबलों के जवानों ने शहादत भी दी है। यही नहीं, कश्मीर में शांति की कामना रखने वाले नागरिकों में अपना डर बनाने के लिए इन आतंकी संगठनों ने इन 4 महीनों में 9 नागरिकों को भी मार डाला।