लखनऊ। बुराई में अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा मनाने 11 अक्टूबर को उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा के मद्देनजर व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं।
करीब 1 घंटे के प्रवास के दौरान मोदी ऐशबाग रामलीला मैदान पर धार्मिक आयोजन में शिरकत करेंगे। सुरक्षा के लिहाज से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के जवानों ने मैदान को अपने कब्जे में ले लिया है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल पैनी निगाह बनाए हुए हैं।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर सुरक्षा बल रविवार शाम पूर्वाभ्यास करेंगे। यहां खास बात यह है कि मोदी के आगमन और प्रस्थान के समय को ध्यान में रखते हुए रिहर्सल को अंजाम दिया जाएगा।
मोहर्रम से ठीक 1 दिन पहले पड़ रहे विजयादशमी पर्व पर मोदी के आगमन को लेकर सुरक्षा बल बेहद सतर्क है। लखनऊ में मुहर्रम के जुलूस के दौरान पिछले कुछ सालों में घटित छिटपुट वारदातों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बल कोई जोखिम उठाना नहीं चाहते।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और लखनऊ के महापौर दिनेश शर्मा रामलीला स्थल पर प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। भाजपा नेताओं को कड़ी हिदायत दी गई है कि कार्यक्रम के दौरान कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। मोदी को महिमामंडित करने से संबधित कोई होर्डिंग शहर में नहीं लगनी चाहिए। सिर्फ प्रधानमंत्री के स्वागत संबंधी होर्डिंग और बैनर लगाए जाएंगे।
मोदी के शाम करीब 6 बजकर 10 मिनट पर अमौसी हवाई अड्डा पहुंचने की संभावना है, जहां से वे हेलीकॉप्टर द्वारा रस्तोगी कॉलेज परिसर जाएंगे। हालांकि हवाई अड्डे से ऐशबाग के बीच सड़क मार्ग को विकल्प के तौर पर रखा गया है।
दर्शकों को रामलीला मैदान पर प्रवेश 4.30 से 5.30 बजे के बीच दिया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से 25,000 दर्शकों की क्षमता वाले मैदान में केवल 5,000 को रामलीला का लुत्फ उठाने का अवसर मिलेगा। शुरुआती जानकारी के अनुसार मोदी केवल भगवान राम और हनुमान की आरती करेंगे और रावण दहन नहीं होगा। वे रात 7.15 बजे दिल्ली लौट जाएंगे।
इस मौके पर जिला प्रशासन ने रामलीला का सीधा प्रसारण दिखाने की व्यवस्था की है। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में 45 एलईडी स्क्रीन पर लोग रामलीला का नजारा देख सकेंगे। (वार्ता)