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प्रज्वल का होगा पोटेंसी टेस्ट! सेक्स स्कैंडल का आरोपी JDS सांसद 6 जून तक पुलिस हिरासत में

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 31 मई 2024 (18:12 IST)
Karnataka sex scandal case: बेंगलुरु की एक अदालत ने शुक्रवार को जनता दल (सेक्युलर) के निलंबित नेता एवं सांसद प्रज्वल रेवन्ना (JDS MP Prajwal Revanna) को 6 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते 33 वर्षीय प्रज्वल को शुक्रवार तड़के जर्मनी के म्यूनिख से लौटने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
 
कई महिलाओं के कथित यौन शोषण के वीडियो सामने आने के बाद हासन से सांसद प्रज्वल जर्मनी चले गए थे। प्रज्वल पर कई महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप है। प्रज्वल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (SIT) उनसे पूछताछ करेगा। एसआईटी ने मेडिकल जांच के बाद प्रज्वल को अदालत में पेश किया, जिसने उन्हें 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। ALSO READ: एयरपोर्ट से प्रज्वल रेवन्ना गिरफ्तार, 35 दिन बाद जर्मनी से लौटते ही हुआ अरेस्ट
 
महिलाओं अधिकारियों ने किया गिरफ्‍तार : इससे पहले प्रज्वल बृहस्पतिवार देर रात जब विमान से बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरे, तो वहां मौजूद महिला आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व वाला महिला पुलिसकर्मियों का एक दल उनके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट की तामील करने के लिए उनका इंतजार कर रहा था। रेवन्ना को जर्मनी से यहां पहुंचने के तुरंत बाद, एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ की।
 
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना को प्रक्रिया पूरी करने के बाद गिरफ्तार किया गया और आगे की कानूनी कार्यवाही जारी रहेगी। इस बीच, प्रज्वल रेवन्ना के वकील ने शुक्रवार को कहा कि सांसद प्रज्वल उनके खिलाफ जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) का पूरा सहयोग कर रहे हैं और उन्होंने इस मामले में ‘मीडिया ट्रायल’ नहीं किए जाने का अनुरोध किया है। ALSO READ: देवेगौड़ा की पोते प्रज्वल रेवन्ना को चेतावनी, धैर्य की परीक्षा मत लो, जहां भी हो जल्दी लौटो
 
परमेश्वर ने कहा कि हासन से सांसद प्रज्वल (33) के खिलाफ मामलों की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल को इस गिरफ्तारी से मदद मिलेगी। यह पूछे जाने पर कि जब प्रज्वल को गिरफ्तार कर लिया गया है तो क्या सरकार अब और अधिक पीड़ितों से आगे आने की अपील करेगी, परमेश्वर ने कहा कि हमने पहले ही कहा है कि जिन लोगों को उनके कारण परेशानी हुई है, वे आगे आएं और एसआईटी एवं पुलिस से शिकायत करें। हम उन्हें हर तरह की सुरक्षा प्रदान करेंगे। ALSO READ: चित्रदुर्ग से भाजपा नेता गिरफ्तार, प्रज्वल रेवन्ना के वीडियो लीक करने का आरोप
 
अब पुलिस को फोन की तलाश : ऐसी खबरें हैं कि प्रज्वल ने अपने फोन से सबूत नष्ट कर दिए हैं और वह दावा कर रहे हैं कि उनका फोन खो गया है। इस बारे में सवाल किए जाने पर मंत्री ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है और इस बारे में एसआईटी से भी कोई जानकारी नहीं मिली है। यह पूछे जाने पर कि क्या गिरफ्तारी में देरी हुई, गृह मंत्री ने कहा कि यदि प्रज्वल देश या राज्य में होते तो उन्हें पकड़ने के लिए एक दल भेजा जा सकता था, लेकिन वह विदेश में थे इसलिए कुछ प्रक्रियाओं का पालन किया जाना था। पुलिस को उस फोन की तलाश है, जिसमें वीडियो हैं। परमेश्वर ने कहा कि इसलिए सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल को सूचित किया गया और उनके खिलाफ ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी किया गया। इन प्रक्रियाओं का पालन किया गया। ALSO READ: Prajwal Revanna Case : प्रज्वल रेवन्ना का VIDEO, डीके शिवकुमार का नाम और 100 करोड़ की डील, आखिर क्या है सच
 
क्यों भेजी गईं महिला पुलिस अधिकारी : एसआईटी के एक सूत्र ने कहा कि प्रज्वल को गिरफ्तार करने के लिए सभी महिला अधिकारियों को भेजने का कदम जानबूझकर उठाया गया। इस कदम से यह संदेश गया कि जद (एस) नेता ने एक सांसद के रूप में अपने पद और शक्ति का महिलाओं के खिलाफ दुरुपयोग किया और उन्हीं महिलाओं के पास कानूनी कार्यवाही के जरिए उन्हें गिरफ्तार करने का अधिकार है। सूत्र ने कहा कि इसके जरिए पीड़िताओं को यह प्रतीकात्मक संदेश भी दिया गया कि महिला अधिकारी किसी से नहीं डरतीं। महिला पुलिसकर्मी प्रज्वल रेवन्ना को चिकित्सकीय जांच के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यहां ‘बॉरिंग एंड लेडी कर्जन’ अस्पताल लेकर आईं।
 
सूत्रों ने बताया कि एसआईटी प्रज्वल की ‘पोटेंसी’ (पुंसत्व) जांच कराने पर भी विचार कर रही है। यह जांच इस बात का पता लगाने के लिए की जाती है कि बलात्कार का आरोपी पीड़िताओं का यौन उत्पीड़न करने में सक्षम है या नहीं। प्रज्वल के वकील ने कहा कि सांसद एसआईटी का पूरा सहयोग कर रहे हैं और उन्होंने इस मामले में ‘मीडिया ट्रायल’ नहीं किए जाने का अनुरोध किया है। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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