गांधीनगर। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में अपना वोट कांग्रेस को नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार अहमद पटेल जीत ही नहीं रहे तो उन्हें वोट देने का कोई मतलब नहीं था।
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस को बहुत समझाया था। और 21 जुलाई को अपने जन्मदिन पर इसे मुक्त भी कर दिया था। भाजपा के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे। मैंने अपना वोट अपने अजीज अहमद भाई को नहीं दिया है। इसका मुझे अफसोस है क्योंकि उनके समर्थन में 40 भी विधायक नहीं है। जो 44 लोग उनके साथ थे उनमें भी चार-पांच उन्हें मतदान नहीं करने वाले।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पटेल जैसे बड़े नेता की प्रतिष्ठा के साथ मजाक नहीं करना चाहिए था। जब पार्टी के विधायक जा रहे थे तो उन्हें चुनाव मैदान में नहीं उतारना चाहिए।
हालांकि वाघेला ने यह नहीं बताया कि उन्होंने किसे मतदान किया है। पर माना जा रहा है कि उन्होंने अपने रिश्तेदार और भाजपा के तीसरे प्रत्याशी बलवंत सिंह राजपूत को वोट दिया होगा।
उनके समर्थक कांग्रेस विधायक राघवजी पटेल ने खुलेआम क्रास वोटिंग करने की बात कही तथा अंतरात्मा की आवाज पर भाजपा को वोट देने का दावा किया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने बाद में आरोप लगाया कि पटेल तथा एक अन्य कांग्रेस विधायक भोला गोहिल ने अपने वोट भाजपा प्रत्याशियों को दिए। (वार्ता)