मुंबई। शिवसेना ने शनिवार को केंद्र सरकार से सवाल किया कि पाकिस्तान आधारित आतंकी ठिकानों की तरह क्या चीन के खिलाफ भी लक्षित हमले किए जाएंगे?
पार्टी ने कहा कि समय आ गया है कि (भारतीय सीमा में) चीन की घुसपैठ की ओर गंभीरता से ध्यान दिया जाए। चीन के खिलाफ उसी तरह का लक्षित हमला मुंहतोड़ जवाब होगा, जैसे हमला पाकिस्तान के खिलाफ किया गया था। उसने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कहा कि (चीन के खिलाफ) ऐसा कोई हमला किया जाएगा?
शिवसेना ने कहा कि जब कोई रैलियों में पाकिस्तान के खिलाफ बोलता है तो उसे जवाब में तालियां मिलती हैं। ताली बजाने की इस सोच से बाहर निकलने और चीन की घुसपैठ की ओर ध्यान देने की जरूरत है।
संपादकीय में कहा गया है कि लद्दाख से अरुणाचल और सिक्किम तक चीन की कार्रवाइयों पर कई वर्षों से कोई ध्यान नहीं दिया गया। असली सवाल यह है कि चीन को कौन रोकेगा? उसने कहा कि करीब 60 चीनी सैनिक हमारी सीमा में घुसते हैं और विकास के कार्य रोक देते हैं। इसका क्या अर्थ निकाला जाना चाहिए?
शिवसेना ने कहा कि हमारे बड़बोले रक्षामंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि इन चीनी सैनिकों के खिलाफ हमारे सैनिकों ने क्या कार्रवाई की है? उसने कहा कि पाकिस्तान को चेताना काफी नहीं है। रक्षामंत्री का काम चीन के साथ सीमा की रक्षा करना भी है। (भाषा)