मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा स्वतंत्रता सेनानी वीडी सावरकर पर हमला करने से लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य ठहराने से उन्हें मिली सहानुभूति कम हो जाएगी। पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में कहा गया है कि गांधी आज जिस सच्चाई के लिए लड़ रहे हैं, वह सावरकर के खिलाफ अपमानजनक बयान देकर नहीं जीती जाएगी।
रविवार को एक रैली में उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे सावरकर को अपना 'आदर्श' मानते हैं और उन्होंने राहुल से सावरकर का 'अपमान' न करने के लिए कहा था। ठाकरे ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का गठबंधन महाविकास आघाडी लोकतंत्र की रक्षा के लिए बना था और इसके लिए एक साथ मिलकर काम करना आवश्यक है।
संपादकीय में कहा गया है कि सावरकर के खिलाफ अपमानजनक बयान देकर राहुल गांधी द्वारा हासिल सहानुभूति कम हो जाएगी। इससे निश्चित तौर पर महाराष्ट्र में कांग्रेस को ज्यादा दिक्कत होगी। इसमें कहा गया है कि गांधी की ये टिप्पणियां कि 'वे सावरकर नहीं हैं, जो माफी मांग ले, इससे हिन्दुत्व विचारधारा के लोगों की आस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बगैर 'सामना' में कहा गया है कि तानाशाह हमेशा डरपोक होता है और तानाशाह पहले न्यायपालिका और संसद पर नियंत्रण करता है तथा विपक्ष को खत्म करता है। संपादकीय में कहा गया है कि इसे ही गुलामी कहते हैं। इसमें कहा गया है कि सावरकर ने 12 साल की उम्र में ही ऐसी गुलामी से लड़ने की शपथ ली थी तथा गांधी को भी ऐसी ही शपथ लेनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने 'मोदी उपनाम' संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें गुरुवार को दोषी ठहराया तथा 2 साल कारावास की सजा सुनाई थी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta