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अखिलेश के मंत्री पवन पांडे भी सपा से बर्खास्त

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लखनऊ , बुधवार, 26 अक्टूबर 2016 (10:32 IST)
लखनऊ। सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को अखिलेश यादव ने करीबी मंत्री पवन पांडे को सपा से बर्खास्त कर द‌िया गया। पवन पांडे पर एमएलसी आशू मल‌िक की प‌िटाई का आरोप था।
 
सपा के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने यहां संवाददाताओं को बताया कि वन राज्य मंत्री तेज नारायण पांडे उर्फ पवन पांडे को अनुशासनहीनता के आरोप में 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया है।
 
उन्होंने बताया पांडे ने गत 24 तारीख को सपा की महत्वपूर्ण बैठक के दौरान विधान परिषद सदस्य आशु मलिक से मारपीट की थी।
 
शिवपाल ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक पत्र लिखकर राज्य मंत्री पांडे के खिलाफ कार्यवाही करने की गुजारिश की है। शिवपाल ने बताया समाजवादी पार्टी और परिवार में सब कुछ ठीक है और कहीं कोई मतभेद नहीं है।
 
उल्लेखनीय है कि वन राज्य मंत्री पवन पांडे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी मंत्री माने जाते हैं। विधान परिषद सदस्य आशु मलिक ने पांडे पर गत 24 अक्टूबर को सपा के मंत्रियों विधायकों तथा अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक के दौरान मचे हंगामे के बाद उनसे मारपीट करने का आरोप लगाते हुए इस सिलसिले में पुलिस में तहरीर भी दी थी। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पांडे से मुलाकात कर उनसे घटना के बारे में जानकारी ली थी।

इस बीच, पांडे ने खुद पर लगे आरोपों को गलत करार देते हुए इसे साजिश का हिस्सा बताया है। सपा से निष्कासित होने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कागज पर लिखकर उन्हें सपा से भले निकाल दिया गया हो लेकिन उनके दिल में सपा, उसके मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश हमेशा रहेंगे। उन्हें निष्कासन का जरा भी ग़म नहीं है।
 
पांडे ने कहा कि उन पर किसी साजिश के तहत झूठे आरोप लगाए गए हैं। विधान परिषद सदस्य आशु मलिक ने थाने में तहरीर में घटना मुख्यमंत्री आवास के बाहर होना बताया है। उस जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उस दिन पूरा मीडिया मुख्यमंत्री आवास के बाहर जमा था। पांडे के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज की जांच हो तो सचाई सामने आ जाएगी।
 
इससे पहले रामगोपाल यादव को भी अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। अखिलेश-शिवपाल विवाद में वे अखिलेश का समर्थन कर रहे थे। 


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