मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कुछ मिनटों की पत्रकार वार्ता में बताया कि आज तड़के लगभग ढाई से तीन बजे के बीच भोपाल केंद्रीय जेल से सिमी आतंकवादियों के भागने की बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। ये आतंकवादी जेल विभाग के एक प्रधान आरक्षक की हत्या करके भागे थे। चूंकि आतंकवादियों का इस तरह जेल से भागना आम लोगों की सुरक्षा से जुडा मसला था इसलिए वह भी काफी चिंतित थे और लगातार घटनाक्रम पर नजर रखे हुए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवादियों के बारे में एक ग्रामीण की सूचना पर पुलिस ने उनकी घेराबंदी की और उन्हें मुठभेड़ में ढेर कर दिया। आतंकवादियों का मारा जाना निश्चित तौर पर आम जनता की सुरक्षा से जुडा मसला होने के कारण काफी राहत भरा रहा। उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए ग्रामीण के साहस को भी प्रणाम किया। उन्होंने मुठभेड से संबंधित अन्य ब्यौरा देने से इंकार करते हुए कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी इस बारे में बताएंगे।
चौहान ने कहा कि राजधानी में स्थित जेल से इस तरह आठ आतंकवादियों का एक प्रहरी की हत्या करके भागना बेहद गंभीर मामला है। इसलिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) जेल को बदल दिया गया है। अब सुधीर शाही, सुशोभन बनर्जी के स्थान पर एडीजीपी जेल होंगे। बनर्जी को पीएचक्यू भोपाल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा उप महानिरीक्षक (डीआईजी) जेल, जेल अधीक्षक, जेल उप अधीक्षक और जेल सहायक अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इस संपूर्ण मामले की जांच राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे करेंगे और इसके आधार पर सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जाएगी।
इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस समय भोपाल जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर और उप अधीक्षक एल एस भदौरिया हैं। डीआईजी जेल के दो पद हैं। इन पर क्रमश: श्री मंशाराम पटेल और श्री संजय पांडे काबिज हैं। चौहान की पत्रकार वार्ता मात्र कुछ मिनट ही चली और सुरक्षा कारणों तथा तत्काल की घटना होने का हवाला देते हुए उन्होंने सवालों के जवाब नहीं दिए। इसके पहले जेल से भागने के बाद आतंकवादी भोपाल से कुछ दूर गुनगा थाना क्षेत्र में ईंटखेडी और अचारपुरा गांव के पास पहुंचे थे। कुछ ग्रामीणों ने इलाके में अज्ञात लोगों को देखकर पुलिस को सूचना दी और पहले से ही तैयार बैठी पुलिस भी तत्काल हरकत में आई और आतंकवादियों को पहाड़ पर ही घेर लिया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में पुलिस ने आतंकवादियों को ढेर कर दिया। आठों आतंकवादियों के शव पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए हैं। (वार्ता)