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जो दिल से निकलता है वही दिल को छूता है

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इंदौर। पर्सनल ब्रांडिंग का मतलब मैं का राग अलापना नहीं है, बल्कि बेहतर स्टोरी खासकर प्रेरणादायी स्टोरी को पोस्ट करना है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग हमसे जुड़े और हमारी स्टोरी को वायरल भी करें। साथ ही जो दिल से निकलता है वही दिल को छूता है।
सोशल मीडिया पर पर्सनल ब्रांडिंग विषय पर बोलते हुए मार्केटर, स्टोरी टेलर, लेखक डॉ. अमित नागपाल ने कहा कि स्वंय की तारीफ से क्रेडेबिलिटी नहीं बनती। बात तब बनती है जब लोग आपकी तारीफ करें। आज जब सोशल मीडिया से आम इंसान का जुड़ाव बहुत गहरे से हो गया है, ऐसे में जरूरी है कि पर्सनल ब्रांडिंग पर खासकर पत्रकार ध्यान दें। डॉ. नागपाल ने कहा कि अगर सोशल मीडिया में स्वयं पर मजाक उड़ाने की हिम्मत अगर आ गई तो समझिए आप पर्सलन ब्रांडिंग में माहिर हो गए।
 
इस अवसर पर सोशल मीडिया पर केन्द्रित डॉ. अमित नागपाल और डॉ. प्रकाश हिंदुस्तानी द्वारा लिखित पुस्तक 'पर्सनल ब्रांडिंग, स्टोरीटेलिंग एंड बियांड' का विमोचन हुआ। कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नरेन्द्र धाकड़ ने सोशल मीडिया को आज की अहम जरूरत बताते हुए कहा कि पर्सनल ब्रांडिंग के साथ बांडिंग होना जरूरी है। समाज को आपस में जोडऩे के लिए संस्कार, भाषा ज्ञान, देश प्रेम की भावना और संवेदना के साथ सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वेबदुनिया के संपादक जयदीप कर्णिक ने कहा कि आज वो जमाना है जब फूल को अपनी खुशबू बिखेरनी भी है और यह बताना भी है कि उसके भीतर खूशबू है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने व्यक्ति को ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है, जहां वह अपनी छवि गढ़ भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है। 
 
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग ने कहा कि पर्सनल ब्रांडिंग की बदौलत कई अयोग्य लोग भी योग्य नजर आते हैं, जबकि कई योग्य लोग, जो अपनी बात सही तरीके से नहीं रख पाते, पीछे रह जाते हैं। पुस्तक के बारे में जानकारी डॉ. हिन्दुस्तानी ने दी। स्वागत भाषण एवं अतिथि परिचय इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने दिया। आभार उपाध्यक्ष संजय जोशी ने माना। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मंजुषा जौहरी ने किया।

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