श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में हिमपात और बारिश के बाद भूस्खलन की ताजा घटनाओं के कारण 300 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार को लगातार चौथे दिन भी बंद रहा। कश्मीर घाटी को देश के शेष हिस्से से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने से जनजीवन प्रभावित रहा।
उत्तर कश्मीर में हिमपात के कारण सड़कों पर बर्फ जमा होने से फिसलन वाली स्थिति बनी हुई है जिसके कारण नियंत्रण रेखा के पास स्थित गांवों समेत कई अन्य गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है। बर्फ जमा होने के कारण कश्मीर घाटी को लद्दाख क्षेत्र से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग तथा ऐतिहासिक मुगल रोड भी बंद है।
राजमार्ग की विभिन्न जगहों पर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं जिसमें यात्री वाहन भी शामिल हैं। कुछ यात्री वाहनों को छोड़कर पैदल भूस्खलन प्रभावित जगहों को पार कर अपने गंतव्य के लिए निकल गए। जम्मू में फंसे हुए यात्रियों ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन उनको किसी भी प्रकार की राहत पहुंचाने में विफल रहा है।
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने आज सुबह बताया कि कल दोपहर पेंथल और अनोखपाल से वाहनों को जाने की अनुमति देने से पहले ही कुछ अन्य जगहों पर भूस्खलन की जानकारी मिली जिसके बाद वाहनों को रोक दिया गया।
उन्होंने कहा कि राजमार्ग के रख रखाव की जिम्मेदारी सीमा सड़क संगठन(बीआरओ) की है और बीआरओ अत्याधुनिक मशीनों तथा मजदूरों की मदद से राजमार्ग को सुचारु बनाने में जुटा है। अधिकारी ने कहा कि यातायात पुलिस की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही राजमार्ग को वाहनों के लिये खोला जाएगा। (वार्ता)