छतरपुर जिले के सटई थाना क्षेत्र में मारपीट के अपराध में जेल में बंद एक कॉलेज छात्र कैदी शनिवार को एक निजी कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचा तो हड़कंप मच गया। हथकड़ी लगे कैदी को परीक्षा देते देख सभी हैरान हो गए जबकि कैदी आसानी से अपनी परीक्षा देता रहा।
परीक्षा देकर लौटे कैदी गोविंद कुशवाहा से बात की तो पहले तो उसने कुछ भी कहने से इंकार किया। फिर बताया कि वह एक छात्र है और मारपीट के जुर्म में उसे फंसा दिया गया हैं जिससे वह पिछले कुछ दिनों से छतरपुर जेल में बंद है।
गोविंद ने बताया कि मैं पढ़ाई करने वाला छात्र हूं। मेरी परीक्षा थी। अगर मैं परीक्षा न देता तो मेरा साल खराब हो जाता इसलिए मैंने जेल प्रशासन से परीक्षा देने की बात कही। इसे उन्होंने मान लिया।
गोविंद ने बताया कि वह हार मानने वालों में से नहीं है। वह बीए प्रथम वर्ष का छात्र हैं और शनिवार को उसका उद्यमिता की परीक्षा थी। परीक्षा में पेपर काफी अच्छा रहा हैं। उसने जेल में रहते हुए रात-दिन पढ़ाई की है और जेल से निकलने के बाद भी वह पढ़ाई करता रहेगा।
गोविंद के अनुसार भविष्य में वह कुछ करना चाहता हैं, ऐसे में पढ़ाई को बीच में नहीं छोड़ सकता है। उसने सभी पेपर देने के लिए निवेदन किया था। इसे स्वीकार कर लिया गया। जेल में ही उसे पढऩे का अवसर भी मिल रहा है।
गोविंद को परीक्षा केंद्र तक लेकर पहुंचने की जिम्मेदारी पुलिस लाइन के उपनिरीक्षक कृपा राम गौंड को मिली है। वे भी गोविंद के शिक्षा के प्रति उत्साह को देखकर उसके कायल हो गए। कृपाराम गौंड ने बताया कि वह सुधरना चाहता हैं, अच्छी बात है। इससे समाज में अच्छा संदेश जाएगा।