मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की नेता सुप्रिया सुले के खिलाफ महाराष्ट्र के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार की एक कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सोमवार को कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली और राकांपा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न शहरों में प्रदर्शन किए। सत्तार के औरंगाबाद और मुंबई स्थित आवासों पर पथराव किए गए वहीं मंत्री के खिलाफ सिल्लोद, पुणे, ठाणे, औरंगाबाद, जालना, नागपुर और पंढरपुर में प्रदर्शन हुए।
आलोचनाओं का सामना कर रहे सत्तार ने कहा कि यदि उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है तो उन्हें खेद है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने सुले के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की थी।
सत्तार, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत बालासाहेबांची शिवसेना से हैं। मंत्री ने कहा कि उन्होंने महिलाओं के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की थी।
औरंगाबाद जिला स्थित सिल्लोद विधानसभा सीट से विधायक सत्तार ने सुले का जिक्र करते हुए कथित तौर पर एक अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था, जब पत्रकारों ने उनसे खोखे (रुपए के बक्से) तंज के बारे में सवाल किया था।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सदस्य मुख्यमंत्री शिंदे के वफादार विधायकों पर अक्सर 40 खोखे शब्दों के साथ तंज कसते हैं। यह इन विधायकों के शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने के समय हुए पैसों के कथित लेन-देन से संबद्ध है।
विवाद बढ़ने पर महाराष्ट्र के मंत्री एवं शिवसेना के एकनाथ शिंदे खेमे के प्रवक्ता दीपक केसारकर ने सत्तार की टिप्पणियों को लेकर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि सत्तार माफी मांगेंगे और स्पष्टीकरण देंगे। केसारकर ने कहा कि मुख्यमंत्री सत्तार से बात करेंगे और उन्हें निर्देश देंगे।
राकांपा कार्यकर्ताओं ने दक्षिण मुंबई स्थित सत्तार के आवास के बाहर प्रदर्शन किया, जिसके बाद पार्टी के 20 समर्थकों को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पुलिस उपायुक्त अपर्णा गीते ने बताया कि औरंगाबाद शहर के रोजा बाग इलाका स्थित सत्तार के घर पर पथराव किया गया। इसके बाद 10 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। औरंगाबाद में हुई घटना के वक्त सत्तार अपने घर पर नहीं थे।
एक अधिकारी ने कहा कि पथराव में उनके आवास की खिड़कियों के कुछ कांच टूट गए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में, राकांपा कार्यकर्ताओं ने यशवंतराव चव्हाण सेंटर के नजदीक स्थित सत्तार के बंगले के सामने प्रदर्शन किया, जिसके बाद बंगले की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सत्तार के खिलाफ नारेबाजी भी की। उस वक्त सत्तार बंगले में मौजूद नहीं थे। उन्होंने बताया कि राकांपा के कम से कम 20 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि कफ परेड थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
राकांपा नेता विद्या चव्हाण ने सत्तार के इस्तीफे की मांग की और कहा कि ऐसा नहीं होने पर वह राज्य में मुक्त रूप से नहीं घूम सकेंगे।
राकांपा के एक अन्य नेता एकनाथ खडसे ने भी सत्तार की कथित टिप्पणी की निंदा की और कहा कि मुख्यमंत्री को कृषि मंत्री को कुछ शिष्टाचार सिखाना चाहिए। भाषा Edited by Sudhir Sharma