नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक रूसी महिला से संबंधित मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से रविवार को मदद मांगी जिस पर अखिलेश ने मामले का समाधान कर दिया।
रूसी महिला ने आगरा में रहने वाले अपने ससुरालवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। रूसी महिला ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उसने उल्लेख किया कि वह अपनी सास के घर के बाहर प्रदर्शन कर रही है, जो भारतीय है।
संदेश देखने के बाद सुषमा ने अखिलेश से आग्रह करते हुए ट्वीट किया कि वह इसमें मदद करें। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन्हें सूचित किया कि मामला सुलझा लिया गया है। सुषमा ने बाद में अखिलेश को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'इसके समाधान के लिए धन्यवाद अखिलेश जी। इस तरह की घटनाएं देश की छवि पर असर डालती हैं।'
दरअसल, आगरा में दहेज के विरोध में सास के खिलाफ धरने पर बैठी विदेशी बहू रूस की रहने वाली ओल्गा अपने मासूम बेटे के साथ ससुराल की चौखट पर धरने पर बैठी थी। उसने सास और ससुराल के लोगों पर 10 लाख रुपए दहेज मांगने का आरोप लगाया है। मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संज्ञान लेने के बाद रविवार की रात पुलिस विदेशी बहू के पास पहुंची। बहू ने पुलिस को सास और अन्य के विरोध में तहरीर दी है। पुलिस के मुताबिक, काउंसलिंग के बाद सास और बहू के बीच सुलह हो गई है।
गौरतलब है कि रूस की ओल्गा एफिमेंकोव की शादी साल 2011 में न्यू आगरा इंद्रपुरी निवासी विक्रांत चंदेल से हुई थी। उसके मुताबिक, शादी के बाद वह आगरा आई और बाद में गोवा चली गई। एक महीने से वह गोवा से ससुराल लौटी है, लेकिन सास ने उसे घर में रहने नहीं दे दिया। उसे पति के साथ घर से बाहर कर दिया गया है। उसका आरोप है कि ससुरालवाले दहेज के नाम पर उससे 10 लाख रुपए मांग रहे हैं। जब उसके पति विक्रांत ने इस बारे में बात करनी चाही, तो ससुरालवालों ने उसकी भी नहीं सुनी। ऐसे में न्याय के लिए वह पति और बेटे के साथ धरने पर बैठ गई थी।
(भाषा)