पटना। दशहरा के मौके पर जारी राजनीतिक पोस्टर वार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान बनाए गए 35 हवाई अड्डों के नाम बताने तथा राफेल का दाम बताने वाले को पांच करोड़ रुपए का इनाम दिए जाने से संबंधित पोस्टर के बाद राजद द्वारा लगाए गए एक पोस्टर पर बवाल मच गया। इसमें बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को 'राम' और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दस सिर वाले 'रावण' के रूप में दिखाया गया है।
पटना शहर के वीरचंद पटेल पथ स्थित राजद के प्रदेश मुख्यालय और 5 देशरत्न मार्ग स्थित तेजस्वी के सरकारी आवास के पास राजद के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष आनन्द भगत द्वारा लगाए गए इस पोस्टर में तेजस्वी को 'राम' और नीतीश को 'रावण' के रूप में दिखाया गया है।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने आरोप लगाया कि बिहार में राजद शासन काल कानून के शासन के अभाव के रूप में जाना जाता है। राज्य के मुख्यमंत्री के प्रति उनका अपमान उनके अपने चरित्र को एकबार फिर प्रतिबिंबित करता है। राजद के साथ महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने राजद द्वारा लगाए गए पोस्टर में नीतीश को 'रावण' के रूप में दिखाए जाने से अपनी पार्टी को अलग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को रावण के रूप में दिखाए जाना अनुचित है।
कांग्रेस नेताओं- सिद्धार्थ क्षत्रिय और वेंकटेश रमन द्वारा कल पटना शहर के आयकर गोलंबर सहित कुछ अन्य स्थानों पर लगाए गए पोस्टर में लिखा था 'पूजा धमाका, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बताएं 35 एयरपोर्ट का नाम, राफेल का दाम, पाएं पांच करोड़ रूपए का इनाम।' इस संबंध में पूछे जाने पर मदन मोहन झा ने कहा कि ये लोग पार्टी के कोई पदधारक नहीं हैं।
उन्होंने उक्त पोस्टर में इनाम की बात से असहमति जताते हुए कहा कि उसमें पूछे गए सवालों को सही ठहराया है। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि उक्त पोस्टर मे राज्य की बदहाल स्थिति को प्रतिकात्मक रुप से दर्शाया गया है। गैंगरेप, हत्या, लूट, अपहरण जैसी घटनाओं के कारण राज्य आज राक्षसी राज का पर्याय बन चुका है उसी को प्रतिकात्मक रूप से इस पोस्टर मे दर्शाया गया है। इसे किसी व्यक्ति विशेष से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।