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त्राल में बुरहान वानी के दो साथी मारे गए, एक जवान भी शहीद

हमें फॉलो करें त्राल में बुरहान वानी के दो साथी मारे गए, एक जवान भी शहीद
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सुरेश एस डुग्गर

, रविवार, 5 मार्च 2017 (21:06 IST)
श्रीनगर। सेना ने दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में टॉप हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकी कमांडर बुरहान वानी के दो साथियों को ढेर कर दिया है। आतंकियों के साथ मुठभेड़ में रविवार को एक एसपीओ पुलिसकर्मी शहीद हो गया। इसके अलावा सेना के मेजर समेत छह अन्य सुरक्षा कर्मी घायल हुए हैं। सुरक्षाबलों ने करीब 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में दो आतंकियों को भी मार गिराया है। इस बीच तीसरे आतंकी के भी मारे जाने की खबर है, जिसकी पुष्टि नहीं हो पाई है पर इन मौतों के विरोध में कई स्थानों पर बंद और हिंसा का माहौल जरूर रहा।

पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान कुछ लोग आतंकियों को भगाने के मकसद से सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरबाजी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकियों में से एक आकिब भट उर्फ आकिब मौलवी बीते करीब सालों से इस इलाके में सक्रिय रहा है। इसके अलावा एक अन्य आतंकी की पहचान सैफुल्लाह उर्फ ओसामा के नाम से हुई है। ओसामा पाकिस्तान का रहने वाला था और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में था।
 
इस एनकाउंटर में उड़ी के रहने वाले पुलिस कांस्टेबल मंजूर अहमद नायक शहीद हुए हैं। यह मुठभेड़ शनिवार को शाम 7 बजे शुरू हुआ था और रविवार को सुबह 6.30 बजे तक चला। अधिकारियों ने बताया कि आतंकी आकिब भट ने रविवार को तड़के अपने पिता से फोन पर बात की थी और उन्हें गुडबाय कहा था। पुलिस के मुताबिक आकिब त्राल के ही हेना इलाके में का रहने वाला था।
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पुलिस के मुताबिक सुरक्षाबलों को शनिवार शाम को त्राल में एक कारपेंटर के घर में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने घर का घेराव कर छापेमारी की थी। अधिकारियों के मुताबिक शाम को 6 बजे आतंकियों और सुरक्षाकर्मियों का सामना हुआ था और आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई हुई। सुरक्षाकर्मियों को यहां आतंकियों के अलावा कुछ स्थानीय लोगों की पत्थरबाजी का भी सामना करना पड़ा, जो आतंकियों को भगाने के मकसद से माहौल को खराब करने में जुटे थे।
 
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और सीआरपीएफ ने इन उपद्रवियों को खदेड़ा ताकि सफलतापूर्वक आतंकियों का मुकाबला किया जा सके। पिछले साल हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर बाद अलगाववादी संगठनों की ओर से हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते त्राल चर्चा में रहा था।
 
इस मुठभेड़ के दौरान ही उपद्रवी एक सीआरपीएफ कर्मी की राइफल भी छीन ले गए। इस मुठभेड़ के दौरान 6 सुरक्षाकर्मियों से सेना के मेजर आर रेशी भी गोली लगने के कारण घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वह खतरे से बाहर हैं।
 
इस बीच त्राल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादियों के मारे जाने के बाद रविवार को शोपियां और पुलवामा जिलों में स्वतःस्फूर्त हड़ताल के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। हड़ताल के कारण त्राल और पुलवामा जिले के अधिकांश हिस्सों में दुकानें तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कों पर भी वाहन नहीं चले।
 
त्राल और अन्य इलाकों में प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाबलों के साथ झड़पें भी हुयीं। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर युवक शामिल थे। पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को लाठीचार्ज करनी पड़ी और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। शोपियां जिले में भी आंशिक तौर पर हड़ताल रही। वहां अधिकांश दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। हालांकि सड़कों पर कुछ वाहन चलते रहे। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और कुलगाम जिलों में स्थिति सामान्य रही। 


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