देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखंड पहुंच गए हैं। वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लेकर गुरुवार को देहरादून में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। बीते 3 दिनों में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन से अब भी सड़कें बाधित हैं और कई शहरों का संपर्क कटा हुआ है। संपर्क बहाली और आपदा में फंसे लोगों को निकालने को आर्मी समेत पुलिस और प्रशासन जुटा हुआ है। कई मुख्य सड़कें इस कद्र क्षतिग्रस्त हुई हैं कि उनका अभी ठीक होना संभव नहीं है।
अब तक इस त्रासदी में 55 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी अधिकारियों के अनुसार यह संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि 9 लोग अब भी विभिन्न क्षेत्रों में लापता हैं। मौत के आंकड़ों में इजाफा होने की आशंका बनी हुई है। आपदा सचिव के अनुसार आपदा प्रबंधन का पूरा फोकस अब चारधाम यात्रा मार्ग पर अलग-अलग जगहों में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने पर है। अब भी कई स्थानों पर 1,000 से अधिक यात्री और पर्यटक फंसे होने की सूचना मिली हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देर रात देहरादून पहुंचने पर मुख्यमंत्री प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट ने उनको रिसीव किया।
प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश सरकार पर आपदा से निपटने में पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाया। उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष पैकेज की मांग करते हुए कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता मुहैया कराई जानी चाहिए। प्रीतम ने आरोप लगाया कि मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी होने के बावजूद प्रदेश सरकार का आपदा प्रबंधन तंत्र पूरी तरह से विफल साबित हुआ है जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि आपदा से पैदा हुईं परिस्थितियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार को विशेष पैकेज देना चाहिए जिससे जानमाल की क्षति का उचित मुआवजा मिल सके।