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मलेशियाई निवेशक बदलेंगे यूपी की तस्वीर...

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अरविंद शुक्ला

लखनऊ , शुक्रवार, 12 सितम्बर 2014 (09:37 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव ने मलेशिया के उद्यमियों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि उद्योग व व्यापार जगत के लिए उत्तर प्रदेश के द्वार खुले हैं। मलेशिया के उद्यमियों को उद्यम स्थापित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
 
मुख्यमंत्री यहां शास्त्री भवन में मलेशिया के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ राज्य में निवेश की सम्भावनाओं तथा उत्तर प्रदेश और मलेशिया के बीच आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्‌देश्य से आहूत एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
 
प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व दातो सेरी उतामा एस. सामी वेल्लु कर रहे थे। वेल्लु भारत व दक्षिण एशिया में  अवस्थापना के लिए मलेशियाई प्रधानमंत्री के विशेष दूत तथा मलेशिया के दर्जा प्राप्त मंत्री हैं। उन्होंने मुखयमंत्री को मलेशिया की यात्रा के लिए निमंत्रित भी किया।
 
प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए यादव ने कहा कि लगभग 20 करोड़ की आबादी वाला उत्तर प्रदेश, आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य है। यह प्रदेश औद्योगिक और वाणिज्यिक अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ विभिन्न उत्पादों को एक बड़ा बाजार भी मुहैया कराता है।
 
भारत और मलेशिया के बीच परम्परागत मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देश आर्थिक क्षेत्र में भी एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। इसके मद्‌देनजर भारत व मलेशिया के बीच वर्ष 2011 में एक व्यापक आर्थिक समझौता भी हस्ताक्षरित किया गया था। उन्होंने आशा जताई कि मलेशिया के उद्यमी राज्य के आर्थिक विकास में भागीदारी करेंगे।
 
मुख्यमंत्री ने मलेशिया के प्रतिनिधिमण्डल को बताया कि राज्य सरकार प्रदेश का तेजी से विकास कर रही है। इसके तहत विभिन्न अवस्थापना परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के साथ-साथ नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी मेट्रो रेल चलाने की योजना बनाई जा रही है। जनपद मुखयालयों को 4 लेन सड़कसे जोड़ने तथा आगरा से लखनऊ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भी कार्य प्रगति पर है। बड़े पैमाने पर पुल व बिजलीघर बनाए जा रहे हैं।
 
अवस्थापना के साथ-साथ राज्य में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, आई.टी., इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्‌स, सौर ऊर्जा तथा पर्यटन आदि क्षेत्रों में भी निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं।
 
निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा तमाम सेक्टरों के लिए नीतियां लागू की गई हैं, जिनमें विभिन्न सुविधाओं का प्राविधान किया गया है। उद्यमियों की सुविधा के लिए एकल खिड़की व्यवस्था लागू की गई और परियोजनाओं के लिए ऑनलाइन स्वीकृतियां प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी संखया में दक्ष व कुशल मानव संसाधन भी मौजूद हैं।
 
 
राज्य के विकास में मलेशिया के सहयोग की पेशकश करते हुए विशेष दूत वेल्लु ने कहा कि राज्य की यात्रा के दौरान उन्हें यहां विकास का माहौल नजर आया। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के दृष्टिकोण से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय राजधानी के भी समीप है। इसके दृष्टिगत यहां विकास की अपार सम्भावनाएं हैं।
 
उन्होंने बताया कि मलेशिया के उत्तरीछोर को दक्षिण से जोड़ने के लिए एक हाई-वे के निर्माण से विकास को काफी गति मिली। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगरा से लखनऊ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे भी इसी प्रकार राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
 
प्रतिनिधिमण्डल द्वारा मेट्रो रेल परियोजना, ट्रांस गंगा परियोजना, ग्रेटर नोएडा में मेडिकल हब, जनपद मुख्यालयों को 4 लेन मार्गों से जोड़ने, प्रमुख नगरों में अवस्थापना विकास, यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के तहत विश्वस्तरीय एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप, प्रमुख शहरों में बस टर्मिनल, प्रदेश में प्रमुख राजमार्गों पर मिनी बस टर्मिनल, सौर ऊर्जा परियोजना, वेस्ट मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में सहयोग की रुचि व्यक्त की गई।
 
इस अवसर पर प्रदेश में निवेश के लाभ पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई। इस मौके पर मुखयमंत्री के समक्ष प्रतिनिधिमण्डल द्वारा एक प्रस्तुतिकरण भी किया गया
 
बैठक में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष  नवीन चन्द्र बाजपेई, सलाहकार वाह्‌य सहायतित परियोजना  मधुकर जेटली, मुखय सचिव  आलोक रंजन, कृषि उत्पादन आयुक्त  वी.एन. गर्ग, प्रमुख सचिव मुखयमंत्री  राकेश बहादुर, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास  संजीवसरन, सचिव मुखयमंत्री  पार्थ सारथी सेन शर्मा भी मौजूद थे।
 
मलेशिया के प्रतिनिधिमण्डल में मलेशियाई विशेष दूत के प्रिंसिपल प्राइवेट सेक्रेटरी दातो ई. सिवाबालन, प्रिंसिपल कंसल्टेंट अब्दुल रहीमन कोया, मलेशिया की इन्फ्रास्ट्रक्चर कम्पनी बीना पुरी ग्रुप के जनरल मैनेजर ली सैंग फाँग, मलेशिया की सरकारी बिजली कम्पनी के जनरल मैनेजर अबु बकर अहमद, मोनो रेल संचालित करने वाली कम्पनी इस्कोमी के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर टैम क्याम चून, एन.एन.सी. ग्रुप के चेयरमैन डॉ. शेट्‌टी, एस.बी.एम. गु्रप के चेयरमैन संजय मित्तल आदि भी मौजूद थे।

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