Uttarakhand News : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कोटद्वार में मालन नदी पर पुनर्निर्मित पुल का उद्घाटन किया। यह पुल सिडकुल से कोटद्वार शहर को जोड़ता है और इसके पुनर्निर्माण पर 26 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुए। वर्ष 2023 के मानसून में मालन नदी में आई जबरदस्त बाढ़ में यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। क्षतिग्रस्त पुल के 12 पियर्स या फाउंडेशन को हटाकर वेल फाउंडेशन तकनीक द्वारा पुल का नवनिर्माण किया गया।
पुल के 12 स्लैब ठीक अवस्था में थे इसलिए उन्हें उठाकर यथास्थान स्थापित कर दिया गया जबकि बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए एक स्लैब का निर्माण फिर से किया गया। पुल के लिए पूर्व निर्मित स्लैब का प्रयोग करने से प्रति स्लैब 1.14 करोड़ रुपए अर्थात कुल 13 करोड़ रुपए की बचत हुई।
वर्चुअल माध्यम से उद्धाटन कार्यक्रम में शामिल हुए धामी ने पिछले दो साल से पुल के पुनर्निर्माण के लिए प्रयास कर रहीं राज्य विधानसभा अध्यक्ष और स्थानीय विधायक ऋतु खंडूरी भूषण को बधाई दी। उन्होंने पुल निर्माण में पहली बार अभिनव तकनीक का उपयोग करने के लिए अभियंताओं को भी बधाई दी जिसके कारण यह पुल न केवल एक वर्ष की अल्पावधि में पूरा हो गया बल्कि इसके निर्माण में 13 करोड़ रुपए की बचत भी हुई।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह पुल न केवल क्षेत्रवासियों को सुगम आवागमन प्रदान करेगा बल्कि क्षेत्र के विकास को भी गति देगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और सहयोग से हमारा प्रदेश शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, सड़क, पेयजल, रेल और हवाई संपर्क सहित हर क्षेत्र में प्रगति के नए आयाम को छू रहा है।
धामी ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिहाज से उत्तराखंड ने देश में पहला स्थान हासिल किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में एक वर्ष में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर राष्ट्रीय औसत से अधिक युवाओं को रोजगार दिया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की संस्कृति और जनसांख्यिकी को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है जिसके तहत भूमि जिहाद, प्रेम जिहाद और थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकता वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून, कठोर भू कानून, समान नागरिक संहिता तथा सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े तीन साल में 23 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्राप्त करने में सफलता मिली है जबकि पिछले तीन सालों में भ्रष्टाचार में लिप्त 200 लोगों को जेल भेजा गया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour