देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने चार धामों में प्रतिदिन पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या को निर्धारित किया है। बद्रीनाथ धाम में 15 हजार, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार व यमुनोत्री धाम में 4 हजार यात्री ही प्रतिदिन दर्शन कर सकेंगे। यह व्यवस्था 45 दिन के लिए की गई है। सचिव हरि चंद्र सेमवाल की ओर से यह आदेश जारी किए गए।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 3 मई से प्रारंभ हो रही है। इसमें उत्तराखंड के चारों धामों में तीर्थ यात्रियों / श्रद्धालुओं के अधिकाधिक संख्या में आने की संभावना है। इसे देखते हुए तीर्थयात्रियों / श्रद्धालुओं को परिवहन, ठहरने की व्यवस्था, भोजन, पार्किंग एवं उत्तराखंड की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों एवं मंदिर / धामों में श्रद्धालुओं की दर्शन क्षमता तथा मंदिर परिसर की क्षमता के सम्बन्ध में दिनांक 29.04.2022 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई।
03 मई, 2022 से प्रारम्भ हो रहे चार धाम यात्रा के लिए यात्रा सीजन के प्रथम 45 दिनों के लिए श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री, श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ में तीर्थ यात्रियों / श्रद्वालुओं को दर्शन करने की सुविधा के दृष्टिगत प्रतिदिन इन मंदिर / धामों में दर्शन के लिये आने वाले तीर्थ यात्रियों / श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या निर्धारित की गई है।
आदेश में कहा गया है कि यात्रा सीजन के दौरान उत्तराखंड में आने वाले तीर्थयात्रियों की जान-माल की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए चार धाम यात्रा मार्गों पर रात्रि 10:00 बजे से प्रातः 4:00 बजे तक वाहनों का यातायात / आवागमन प्रतिबन्धित रहेगा।
चार धाम यात्रा में आने वाले तीर्थ यात्रियों/श्रद्धालुओं हेतु पर्यटन विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया जाना अनिवार्य होगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर निर्गत कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जाना अनिवार्य होगा।