देहरादून। उत्तराखंड में लगभग 1 सप्ताह से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण भूस्खलन से 169 ग्रामीण और शहरी राजमार्गों सहित 2 राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो जाने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से महज 0.30 मीटर नीचे बह रही है।
मौसम विभाग ने राज्य में 1 से 3 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राज्य के 7 जिलों नैनीताल, चंपावत, उधमसिंह नगर, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी तथा देहरादून में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार तेज बारिश और भूस्खलन के कारण गुरुवार को देहरादून जिले में 22, पिथौरागढ़ में 13, उत्तरकाशी में 1, टिहरी में 4 ग्रामीण और 1 राजमार्ग लंबगांव-राजाखेत-घनसाली, चमोली जिले में 34 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं जबकि ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 बंद है। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग-107 डोलियादेवी ग्राम के पास बंद है। इसके अतिरिक्त 10 ग्रामीण मार्ग भी बंद हैं, जबकि पौड़ी में 60 मार्ग अवरुद्ध हैं।
हरिद्वार में गंगा का स्तर गुरुवार को 3 बजे तक 293.70 मीटर रहा, जो खतरे के निशान से मात्र 0.30 मीटर नीचे बह रही है। उधमसिंह नगर में स्थिति सामान्य बनी हुई है, जबकि अल्मोड़ा में 4 ग्रामीण मोटर मार्ग, नैनीताल में 2, बागेश्वर में 12, चंपावत में 4 मार्ग अवरुद्ध हैं। (वार्ता)