जम्मू। आने वाले नवरात्रों में वैष्णोदेवी तीर्थस्थल की सुरक्षा को लेकर अभी से चिंताएं व्यक्त की जाने लगी हैं। इसके पीछे का स्पष्ट कारण जिस रियासी जिले में यह तीर्थस्थान है वहां से हाल ही में कई आतंकियों, हाईब्रिड आतंकियों की गिरफ्तारी तथा हथियारों व गोला बारूद की बरामदगी है।
उधमपुर-रियासी रेंज के डीआईजी मुहम्मद सुलेमान चौधरी भी दो दिन पहले एक बैठक में ऐसी चिंताओं को व्यक्त करते हुए कहते थे कि नवरात्रों में वैष्णोदेवी की यात्रा को स्टिकी बमों से बचाना भी एक चुनौती होगी।
पिछले महीने रियासी से जो आतंकी गिरफ्तार हुए और उनकी निशानदेही पर जो स्टिकी बम बरामद हुए वे इस चिंता को और इसलिए बढ़ाते थे क्योंकि आतंकी दावा यह था कि स्टिकी बमों की खेप यात्रा को क्षति पहुंचाने के लिए ही एकत्र की गई थी।
ऐसे में कटड़ा कस्बे और जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे के दोमेल से कटड़ा तक जाने वाले राजमार्ग पर भी अतिरिक्त जवानों की तैनाती का प्लान तैयार करते हुए प्रशासन से अतिरिक्त सैकड़ों जवानों की मांग की गई है। साथ ही भीड़ में छुपे संदिग्धों पर कड़ी नजर की खातिर ड्रोन भी तैयार किए जा रहे हैं।
वैष्णोदेवी यात्रा की सुरक्षा को फूल प्रूफ बनाने की खातिर इलाके के ओजीडब्ल्यू की लिस्ट बनाने, सोशल मीडिया पर संदिग्ध पैटर्न पर नजर रखने के अतिरिक्त उन सभी सूचनाओं को गंभीरता से लेने के लिए जोर दिया जा रहा है जिनमें वैष्णोदेवी की सुरक्षा के प्रति कोई भी चाहे छोटी ही बात क्यों न कही गई हो।
अधिकारियों के बकौल, वैष्णोदेवी की यात्रा में शिरकत करने वाले श्रद्धालु हमेशा ही आतंकियों के टारगेट पर रहे हैं क्योंकि वे जानते हैं कि यात्रा को निशाना बनाकर वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी से नीचे उतार सकते हैं।