श्रीनगर। कल की हिंसा के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई और अनंतनाग लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे तस्सद्दुक हुसैन ने परसों यानी 12 अप्रैल को होने जा रहे मतदान को स्थगित करने की अपील चुनाव आयोग से की है। कश्मीर में चुनावी इतिहास में यह पहला मौका है कि सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार ने ऐसी अपील की हो। दरअसल कश्मीर में हिंसा का दौर थमा नहीं है। कल रात को भी दो उन मतदान केंद्रों में आगजनी की घटनाएं हुई हैं जहां परसों वोट डाले जाने हैं। इस बीच कल की मौतों के विरोध में बुलाया गया बंद ‘कामयाब’ रहा है।
चुनाव रद्द की अपील : कश्मीर में लोकसभा चुनावों के दौरान हुई हिंसा और घाटी में तनाव के हालातों के बीच जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई और अनंतनाग लोकसभा सीट से पीडीपी के प्रत्याशी तस्सद्दुक हुसैन मुफ्ती ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया।
अनंतनाग लोकसभा उपचुनाव में उम्मीदवार तस्सद्दुक हुसैन ने चुनाव आयोग से अपील करते हुए कहा है कि कश्मीर घाटी में लोकसभा के उपचुनावों के लिए यह समय उपयुक्त नहीं है। तस्सद्दुक हुसैन ने कहा कि वो चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि अनंतनाग सीट पर आगामी 12 अप्रैल को होने वाले मतदान को फिलहाल स्थगित कर दें।
हालांकि जब पत्रकारों ने तस्सद्दुक हुसैन से पूछा कि यदि चुनाव आयोग मतदान को स्थगित न करे तो क्या वह अपना नामांकन वापस लेंगे तो इस पर तस्सद्दुक हुसैन ने कहा कि फिलहाल वे ऐसा नहीं करेंगे। गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में दो सीटों के लिए लोकसभा के उपचुनाव हो रहे है। इस क्रम में श्रीनगर में 9 अप्रैल को मतदान हो चुका है जबकि अनंतनाग में 12 को मतदान होने हैं।
मतदान केंद्र जलाए : दक्षिणी कश्मीर के शोपियां और पुलवामा जिलों में असामाजिक तत्वों ने दो सरकारी विद्यालयों में आग लगा दी। इन दोनों विद्यालयों को अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र के बुधवार को होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव केंद्र बनाया गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कल रात शोपियां जिले के पद्दारपुरा इलाके में असामाजिक तत्वों ने एक सरकारी विद्यालय के भवन में आग लगा दी। उन्होंने बताया कि इस स्कूल भवन को चुनावी केंद्र बनाया गया था। आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन इससे भवन को आंशिक नुकसान हुआ है।
अधिकारी ने बताया कि कल रात शरारती तत्वों ने पुलवामा जिले के अरिहल इलाके की एक अन्य स्कूली इमारत में आग लगा दी। पुलिस बलों ने स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझायी। बता दें कि अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में कुलगाम, पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग जिले आते हैं, जहां बुधवार को चुनाव होना है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी शांत मनु ने रविवार को बताया कि 50-100 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाएंगे, जहां हिंसा के कारण चुनाव प्रक्रिया बाधित हुई। उपचुनाव के दौरान रविवार को केवल सात प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले 27 साल में सबसे कम है। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अगले चरण का उपचुनाव 12 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर की अनंतनाग संसदीय सीट पर होगा। इस बीच, असामाजिक तत्वों की ओर से अफवाह फैलाने पर रोक लगाने के लिए घाटी में इंटरनेट सेवाएं 12 अप्रैल तक स्थगित करने का फैसला लिया गया है।
बंद कामयाब रहा : मध्य कश्मीर के दो जिलों बडगाम और गंदरबल में आज निषेधाज्ञा लगा दी गई जहां कल श्रीनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में आठ लोग मारे गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बडगाम और गंदरबल जिले में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत चार या इससे ज्यादा लोगों के एक स्थान पर एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि हालांकि ग्रीष्मकालीन राजधानी में कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है लेकिन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरे शहर के संवेदनशील स्थानों पर काफी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
अधिकारी ने बताया कि अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए हड़ताल की वजह से पूरे घाटी में सामान्य जनजीवन काफी प्रभावित रहा। दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे जबकि बैंकों और सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति काफी कम रही। इंटरनेट सेवा आज दूसरे दिन भी निलंबित रही। सार्वजनिक वाहन सड़कों पर नजर नहीं आये जबकि निजी वाहनों की आवाजाही भी काफी कम रही। कश्मीर विश्वविद्यालय और इस्लामिक विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय में आज होने वाले परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।
सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 8 प्रदर्शनकारियों की मौत के खिलाफ अलगाववादियों ने कल दो दिवसीय बंद का आह्वान किया था, जिनका कहना है कि यह मारे गए उन लोगों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करने का एकमात्र तरीका है और जिसके लिए उन्होंने अपनी जान गंवा दी।